देवरिया कांड में वर्तमान और पूर्व 35 थानाध्यक्षों को नोटिस, एसआइटी दर्ज करेगी बयान
देवरिया कांड में डीएम, एसपी, सीओ, कोतवाल और चौकी इंचार्ज पर कार्रवाई के बाद अब थानाध्यक्षों व पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
देवरिया (जेएनएन)। देवरिया कांड में डीएम, एसपी, सीओ, कोतवाल और चौकी इंचार्ज पर कार्रवाई के बाद अब थानाध्यक्षों व पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। बालगृह बालिका की मान्यता रोके जाने के बाद भी लड़कियों व बच्चों को उसमें भेजने वाले वर्तमान व पूर्व में तैनात रहे 35 के खिलाफ एसपी ने रविवार को नोटिस जारी किया। आइजी रेंज उनके बयान दर्ज करेंगे। बताया जा रहा है कि पूछताछ के बाद इनके साथ ही 122 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है।
संस्था की मान्यता स्थगित
सीबीआइ की जांच में स्टेशन रोड स्थित बालगृह बालिका के संदिग्ध मिलने के बाद शासन ने जून, 2017 में इस संस्था की मान्यता स्थगित कर दी थी। साथ ही पुलिस अधिकारियों को निर्देश था कि इस बालगृह में न लड़कियों को भेजा जाए और न ही बच्चों को। इसके बाद भी बाल गृह बालिका में लड़कियों व बच्चों को पुलिस भेजती रही। बाकायदा पुलिस ने यहां के लिए अपनी रवानगी भी कराई है।
पांच अगस्त को बालगृह से 23 लड़कियों व बच्चों को बरामद करने के बाद पुलिस ने सेक्स रैकेट संचालित होने का पर्दाफाश किया था। पर्दाफाश के बाद मामले की जांच एसआइटी कर रही है। इस मामले में जिलाधिकारी रहे सुजीत कुमार, तत्कालीन एसपी रोहन पी कनय, डीआइजी बस्ती रेंज राकेश शंकर, सीओ सिटी रहे दयाराम ङ्क्षसह का तबादला हो चुका है, वहीं शहर कोतवाल समेत चौकी इंचार्ज पर निलंबन की कार्रवाई हो चुकी है।
पुलिसकर्मियों की लापरवाही उजागर
एडीजी जोन दावा शेरपा की जांच में पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है। मान्यता रोकने के बाद भी लड़कियों व बच्चों को भेजने के मामले में एडीजी ने कारण बताओ नोटिस संबंधित पुलिसकर्मियों को जारी करने का निर्देश दिया।
रविवार को इस मामले में एसपी एन कोलांची ने जिले में जून 2017 से विभिन्न थानों पर तैनात रहे 35 थानाध्यक्षों को नोटिस जारी करते हुए आइजी रेंज को अवगत करा दिया है। बताया जा रहा है कि नोटिस वाले थानाध्यक्ष अपना बयान आइजी रेंज नीलाब्जा चौधरी को दर्ज कराएंगे।