पूरी रकम अदा कर खरीदी थी भूमि, बैंक ने बना दिया कर्जदार

उत्तराखंड के उधम¨सह नगर में पूरी कीमत चुकता करने के बाद भूमि खरीदने वाले दो सगे भाइयों को बैंक की मिलीभगत से कर्जदार बना दिया गया। खतौनी में 20 लाख रुपये बंधक दर्ज होने से उनके होश उड़ गए। एसपी के निर्देश पर हुई जांच में शाखा प्रबंधकों की भूमिका संदिग्ध मिलने पर पुलिस ने दोनों बैंकों के शाखा प्रबंधकों समेत तीन के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Nov 2018 11:46 PM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 11:46 PM (IST)
पूरी रकम अदा कर खरीदी थी भूमि, बैंक ने बना दिया कर्जदार
पूरी रकम अदा कर खरीदी थी भूमि, बैंक ने बना दिया कर्जदार

देवरिया : उत्तराखंड के उधम¨सह नगर में पूरी कीमत चुकता करने के बाद भूमि खरीदने वाले दो सगे भाइयों को बैंक की मिलीभगत से कर्जदार बना दिया गया। खतौनी में 20 लाख रुपये बंधक दर्ज होने से उनके होश उड़ गए। एसपी के निर्देश पर हुई जांच में शाखा प्रबंधकों की भूमिका संदिग्ध मिलने पर पुलिस ने दोनों बैंकों के शाखा प्रबंधकों समेत तीन के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

उपनगर के आर्य चौक शिवमंदिर रोड निवासी प्रकाश चंद्र व उनके भाई आनंद देव प्रसाद ने पांच सितंबर 2017 को उत्तराखंड के उधम ¨सह नगर के गुरुद्वारा ¨सह ग्राम के वार्ड बराखेड़ा में अर्पणा तिवारी पत्नी विरेंद्र मूल निवासी कोहरा लार से 0.017 हेक्टेयर जमीन खरीदा था, जिस पर दो मंजिला मकान स्थित है। छानबीन करने पर किसी बंधक का उल्लेख खतौनी में नहीं था, लेकिन बाद में पता चला कि यह भूमि ओरियंटल बैंक आफ कामर्स शाखा गदरपुर में बंधक है। इस जमीन पर दो गृह ऋण है। एक में 14 लाख 42 हजार 538 रुपये व दूसरे में चार लाख 29 हजार 509 रुपये बकाया है। पांच सितंबर 2017 को प्रकाश चंद्र ने अपने एसबीआइ शाखा भाटपाररानी में अपने खाता से ओरिएंटल बैंक आफ कामर्स गदरपुर उधम¨सह नगर के एक ऋण खाता में 14 लाख 42 हजार 538 रुपये व दूसरे ऋण खाता में चार लाख 29 हजार 510 रुपये आरटीजीएस किया। खारिज दाखिल के बाद खतौनी पर प्रकाश चंद्र व उनके भाई आनंददेव प्रसाद का नाम दर्ज हो चुका है। उस खतौनी पर 20 लाख रुपये बंधक होने का उल्लेख मिला तो वह दंग रह गए। उन्होंने ओरिएंटल बैंक आफ कामर्स गदरपुर के प्रबंधक से ऋण की रकम जमा करने के बाबत पड़ताल की तो बैंक खातों में वह रकम इंद्राज नहीं है। जब एसबीआइ भाटपाररानी के शाखा प्रबंधक से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि रकम संबंधित खाते में भेज दी गई है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रकम हड़पने व उसका नाजायज लाभ प्राप्त करने की दुर्भावना से अपराध किया गया है। पुलिस एसबीआइ के तत्कालीन शाखा प्रबंधक कमल किशोर ¨सह व ओरिएंटल बैंक आफ कामर्स गदरपुर के शाखा प्रबंधक व अपर्णा तिवारी के खिलाफ केस दर्ज किया है।

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