जिले में बढ़ी एटीएम कार्ड क्लोन करने की घटनाएं
एसपी डा. श्रीपति मिश्र साइबर अपराध को रोकने के लिए सेल को सक्रिय किया गया है। एटीएम क्लोन की घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कार्ययोजना बनाई गई है।
देवरिया: जिले में इन दिनों एटीएम कार्ड क्लोन करने की घटनाएं बढ़ गई हैं और आए दिन चंद मिनट में ही जालसाज लोगों का कार्ड क्लोन कर उनका खाता साफ कर दे रहे हैं। अभी तक इस मामले में एक भी साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
एसपी डा. श्रीपति मिश्र साइबर अपराध को रोकने के लिए सेल को सक्रिय किया गया है। एटीएम क्लोन की घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। केस एक : गौरीबाजार के खरोह गांव निवासी निखिल दिसंबर माह में गौरीबाजार नगर स्थित एक एटीएम पर पहुंचे और कुछ रुपये की निकासी की। उस समय एटीएम में कोई नहीं था। लगभग चौबीस घंटे बाद उनके खाते से निकासी का मैसेज आना शुरू हो गया। चंद मिनट में उनके खाते से चौबीस हजार रुपये की निकासी हो गई। इसके बाद उन्होंने अपने खाते की निकासी पर रोक लगाने के लिए टोल फ्री नंबर पर फोन किए तो पता चला की एटीएम कार्ड क्लोन कर खाते से रुपये की निकासी हो गई है। केस दो : भलुअनी थाना क्षेत्र के ग्राम जरार रम्मन निवासी जितेंद्र यादव का एटीएम कार्ड क्लोन कर 48 हजार रुपये निकाल लिया गया है। वह दो जनवरी को बैलेंस जांच करने के लिए शहर के भटवलिया स्थित एक एटीएम पर गए थे। उनका रुपया बिहार के पटना से निकाला गया है। ऐसे होता है एटीएम कार्ड क्लोन
साइबर ठग बहुत ही खुफिया तरीके से एटीएम और क्रेडिट कार्ड का क्लोन करते हैं। इसके लिए वह स्कीमर मशीन का इस्तेमाल करते हैं। स्कीमर मशीन में कार्ड के स्वाइप करते ही आपके कार्ड की सारी डिटेल इस मशीन में कापी हो जाती है। इसके बाद साइबर अपराधी कंप्यूटर व अन्य तरीके से इस डेटा को एक कार्ड में कापी कर लेते हैं और क्लोन तैयार करते हैं।