जर्जर हालत में आवास, गिर रहे प्लास्टर
कैचवर्ड- हालात क्रासर -काशीराम शहरी गरीब आवास योजना के तहत बनाए गए थे आवास -डीएम ने भ
देवरिया: काशीराम शहरी गरीब आवास योजना के तहत शहरी गरीबों के लिए बनाए गए आवास जर्जर हालत में हैं। प्लास्टर टूटकर गिर रहे हैं। रंगाई-पोताई व मरम्मत न होने से भवनों की हालत दयनीय हो गई है। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने भवनों की जांच के लिए समिति गठित की है, जो भवनों की जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देगी।
जांच समिति में एसडीएम सदर अध्यक्ष, अधिशासी अभियंता निर्माण खंड लोक निर्माण विभाग, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद रोहित सिंह, सहायक अभियंता नगर पालिका परिषद बतौर सदस्य शामिल हैं।
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तीन जगहों पर बनाए गए हैं आवास
वर्ष 2009-10 में तत्कालीन बसपा सरकार में काशीराम शहरी गरीब आवास योजना के तहत जिले में तीन जगहों पर तीन मंजिला आवासों का निर्माण कराया गया। शहर से सटे मेहड़ा खास में 168, मेहड़ा बाहर में 660, पुलिस लाइन के समीप 264 आवास स्थित हैं। यह आवास शहरी गरीबों के लिए आवंटित किए गए हैं। गुणवत्ता पर शुरू से ही सवाल उठ रहे थे। इन आवासों की देखरेख की जिम्मेदारी अब नगर पालिका परिषद की है।
मेहड़ा खास स्थित आवासों में रहने वाली उर्मिला, गयासुद्दीन, फूला, अखिलेश आदि का कहना है कि आवास रहने योग्य नहीं है। मरम्मत कराना जरूरी है। प्लास्टर टूटकर गिर रहे हैं। छतों पर बनाई गई पानी की टंकियां टूट गई हैं। शौचालय व रसोई घर उपयोग लायक नहीं है। टोटियां ध्वस्त हैं। गोरखपुर रोड स्थित ओवरब्रिज के किनारे स्थित आवासों के बगल से ट्रेनें गुजरती हैं, जिससे कंपन होता है।
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आवासों की जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- आशुतोष निरंजन
जिलाधिकारी -------------