जांच के नाम पर मामले की लीपापोती कर रही सरकार
बालगृह बालिका में हुई घटना की जांच के नाम पर सरकार द्वारा की जा रही लीपापोती कर रही है
देवरिया: बालगृह बालिका में हुई घटना की जांच के नाम पर सरकार द्वारा की जा रही लीपापोती के विरोध में मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में विभिन्न दलों व संगठनों ने संयुक्त रूप से धरना दिया। धरना के दौरान वक्ताओं ने सरकार के दबाव में घटना में शामिल अधिकारियों व सफेदपोश लोगों को बचाए जाने की बात कही।
कर्नल प्रमोद शर्मा ने कहा कि देवरिया की घटना से देश भर के सेल्टर होम संदेह के घेरे में हैं। इस मामले की जांच कर रही सरकारी एजेंसी निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है। शासन के निर्देश पर कुछ अधिकारियों व राजनेताओं को बचाया जा रहा है। ऐपवा की जिलाध्यक्ष गीता पांडेय ने कहा कि संस्था का सहयोग करने वाले पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाना चाहिए। पुलिस के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उनके चहेते अफसरों को बचाया जा रहा है। अगर दोषी बख्शे गए तो ऐपवा सड़क उतर कर संघर्ष करेगी। अर¨वद गिरि ने कहा कि इस मामले की पूरी जांच उच्च न्यायालय की निगरानी में कराया जाना आवश्यक है। डा. चतुरानन ओझा ने कहा कि इस सरकार में बेटियां सुरक्षित नहीं है। सलेमपुर में हुई घटना में अब तक मुकदमा दर्ज न होना दुखद है। प्रेमलता पांडेय ने गरीब, मजदूर व बेटियों पर हो रहे अत्याचार को सत्ता का चरित्र बताया। संचालन ऋषि पांडेय ने किया।
धरना को रामकिशोर वर्मा, कलक्टर शर्मा, दरोगा यादव, सुमन, शोभा, सरिता ¨सह, नीलम ¨सह, राकेश ¨सह, उगिया देवी, संजयदीप कुशवाहा, विश्वंभर ओझा ने भी संबोधित किया।