पिता को बचाने के लिए आक्सीजन लेने पहुंच गए गीडा

जागरण संवाददाता देवरिया भले ही आक्सीजन की उपलब्धता होने की बात कही जा रही है लेकिन य

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 11:24 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 11:24 PM (IST)
पिता को बचाने के लिए आक्सीजन लेने पहुंच गए गीडा
पिता को बचाने के लिए आक्सीजन लेने पहुंच गए गीडा

जागरण संवाददाता, देवरिया: भले ही आक्सीजन की उपलब्धता होने की बात कही जा रही है, लेकिन यहां के लोगों को आक्सीजन सिलेंडर के लिए गोरखपुर जिले में जाना पड़ रहा है। इसको लेकर लोग परेशान हैं।

देवरिया शहर से सटे गौरा गांव के रहने वाले शिक्षक शैलेंद्र राय कोविड एल टू अस्पताल में गंदगी से तंग होकर बीमार पिता को घर लाने का फैसला लिए। घर आते ही आक्सीजन की कमी हुई तो आक्सीजन के लिए जुगाड़ का एक सिलेंडर का इंतजाम किया और सिलेंडर लेकर गोरखपुर जिले के गीडा में आक्सीजन का उत्पादन करने वाली कंपनी की फैक्ट्री में पहुंच गए और वहां आक्सीजन लेकर देवरिया आए।

राय के अनुसार पिता रामबली राय रिटायर्ड बीडीओ हैं ,इनकी उम्र 81 साल है। कोरोना पाजिटिव होने पर उनको चार दिन पहले देवरिया के एमसीएच विग में कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां तीन दिन भर्ती थे। इस दौरान उनका इलाज हुआ। कुछ आराम हुआ, पूरी तरह ठीक नहीं हुए थे लेकिन अस्पताल की गंदगी देख उनके पिता घर आने की जिद करने लगे। आखिरकार उनको सोमवार को घर ले आए। घर आते ही आक्सीजन लेवल कम होने लगा। बाहर कहीं आक्सीजन नहीं मिल रहा था तो अपने गांव के चौराहे पर गैस वेल्डिग करने वाले से संपर्क किया और खाली सिलेंडर का जुगाड़ किया। उसके बाद वह खाली सिलेंडर लेकर गोरखपुर जिले के गीडा पहुंचे। वहां आक्सीजन भरकर देवरिया ले आए। अपने भतीजे निखिल के साथ स्कूटी पर आक्सीजन सिलेंडर लेकर शहर में रेग्युलेटर के लिए चक्कर लगाते रहे। बड़ी मुश्किल से रेग्युलेटर मिला। उसे लेकर घर गए। पिता को आक्सीजन सिलेंडर से आक्सीजन लगाने पर आराम मिला। उनका आक्सीजन लेवल 72 से बढ़कर 92 हो गया है। लेकिन कभी- कभी कम हो जा रहा है।

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मैं भी कोरोना संक्रमित था, आज ड्यूटी पर आया हूं। गंदगी के बारे में मुझे जानकारी नहीं है। कोविड वार्ड में यदि गंदगी है तो उसे साफ कराया जाएगा। यहां आक्सीजन की कमी नहीं है। बेड भी खाली है।

डा.आलोक पांडेय

सीएमओ

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