पूरा ज्ञान प्राप्त करें छात्र : डा.रमापति राम

शहर के भुजौली कालोनी में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्व.भगवती शिक्षण संस्थान बैतालपुर के तत्वावधान में सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि सांसद डा.रमापति राम त्रिपाठी ने कहा कि अल्पसंख्यक लोगों को ज्ञान प्राप्त करने की जरुरत है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 11:15 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 11:15 PM (IST)
पूरा ज्ञान प्राप्त करें छात्र : डा.रमापति राम
पूरा ज्ञान प्राप्त करें छात्र : डा.रमापति राम

देवरिया: शहर के भुजौली कालोनी में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्व.भगवती शिक्षण संस्थान बैतालपुर के तत्वावधान में सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि सांसद डा.रमापति राम त्रिपाठी ने कहा कि अल्पसंख्यक लोगों को ज्ञान प्राप्त करने की जरुरत है। हिदी, उर्दू, अंग्रेजी, फारसी, संस्कृ़त कोई भी भाषा हो, अधूरा ज्ञान प्राप्त न करें। उस भाषा में अपना ज्ञान पूर्ण करें। ज्ञान पूर्ण होने के बाद यह ज्ञान आजीविका से जोड़ें।

जिला पंचायत अध्यक्ष गिरीश चंद्र तिवारी ने कहा कि सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है। आशुतोष दुबे व अजय पांडेय ने अल्पसंख्यक के विकास में गति देने के लिए 15 सूत्रीय कार्यक्रम को विस्तार से बताया। इस दौरान पूर्व विधायक रविद्र प्रताप मल्ल, राजू मणि, राधेश्याम शुक्ल, जलालुददीन खां, राशिद खां, सर्वेश नाथ त्रिपाठी, राजेश मिश्र, गंगा शरण पांडेय, आशुतोष दुबे, लियाकत अहमद, वीरेंद्र पांडेय, शंभू नाथ दुबे, विनोद कुमार मिश्र, किताबुद्दीन आदि मौजूद रहे। सेमिनार में अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। आयोजक संतोष श्रीवास्तव ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कृषि विश्वविद्यालय बनाने की मांग को लेकर सड़क पर उतरे छात्र

बीआरडी पीजी कालेज को कृषि विश्वविद्यालय घोषित करने की मांग को लेकर आंदोलन तेज होने लगा है। सोमवार को कृषि विश्वविद्यालय संघर्ष समिति के तत्वावधान में छात्र सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। साथ ही कलेक्ट्रेट पहुंच जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन को राज्यपाल को संबोधित पत्रक सौंपा। संघर्ष समिति के अध्यक्ष संदीप यादव ने कहा कि बीआरडी पीजी कालेज देवरिया में 1956 से स्थापित है और इसमें कृषि की पढ़ाई होती है। इसके बाद से ही कई सरकारें आई, लेकिन सभी मानक के पूरा करने के बावजूद भी इस महाविद्यालय को प्रोन्नत कर विश्वविद्यालय की मान्यता नहीं दी गई। जिसके चलते पूर्वांचल के छात्र कृषि शिक्षा से वंचित रह गए। अगर कृषि विश्वविद्यालय की मान्यता दी जाती है तो पूर्वांचल के साथ ही विदेश से भी छात्र पढ़ाई करने के लिए आने लगेंगे। जब तक विश्वविद्यालय की मान्यता नहीं मिलती है तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। छात्र नेता शिवेंद्र शाही ने कहा कि जब तक कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं होता है तब तक पूर्वांचल के छात्र कृषि से संबंधित शिक्षा प्राप्त करने में अपने को अधूरा समझते हैं। इस दौरान राहुल यादव, राजीव यादव, पंकज कुमार, ऋषभ पांडेय, अविनाश यादव, प्रशांत यादव, अजीत कुमार, संजय यादव, अनुज राय, छोटू, गुंजन पांडेय, गोविद यादव, अंकित कुमार, प्रिस, ऋषि यादव, पंकज, राकेश मिश्रा, सुनील यादव मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी