सीआरपीएफ जवान पर गैंगस्टर की कार्रवाई करने पर हटाए गए गौरीबाजार के थानेदार
-एडीजी जोन के निर्देश पर डीआइजी कर रहे थे मामले की जांच -जांच में प्रथम ²ष्टया दोषी पाए
-एडीजी जोन के निर्देश पर डीआइजी कर रहे थे मामले की जांच -जांच में प्रथम ²ष्टया दोषी पाए जाने पर एसपी ने किया लाइन हाजिर
जागरण संवाददाता,देवरिया:सीआरपीएफ जवान पर गैंगस्टर की कार्रवाई करना गौरीबाजार थानेदार को महंगा पड़ गया। एडीजी जोन के निर्देश पर चल रही जांच में प्रथम ²ष्टया दोषी जाए जाने पर थानेदार को पुलिस अधीक्षक ने सोमवार की रात लाइन हाजिर कर दिया। इसमें कुछ और पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की गाज गिरनी तय मानी जा रही है। उधर देर शाम तक नए थानेदार की तैनाती नहीं हो सकी थी।
मार्च माह में शिकायत मिलने के बाद एडीजी के निर्देश पर आइजी ने जांच शुरू की, हालांकि जांच पूरी होने के पहले ही उनका स्थानान्तरण हो गया। इसके बाद इस मामले की जांच डीआइजी गोरखपुर कर रहे थे। जांच में प्रथम ²ष्टया थानेदार गिरिजेश तिवारी दोषी पाए गए हैं, जिसके बाद उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है। माना जा रहा है कि इसके बाद भी उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की तैयारी है। इसके अलावा इसमें कुछ और पुलिसकर्मी भी जांच के घेरे में है, उनके खिलाफ भी जल्द ही कार्रवाई हो सकती है। ----------------------- यह है पूरा मामला गोरखपुर जनपद के कैंट थाना क्षेत्र के महादेव झारखंडी आवास विकास कालोनी के रहने वाले राम प्रकाश सिंह के बेटे प्रशांत सिंह सीआरपीएफ में सिपाही के पद पर मुजफ्फरपुर में तैनात हैं। रामप्रकाश ने एडीजी जोन अखिल कुमार से शिकायत की थी कि उनका बेटा छुट्टी पर दिसंबर 2020 में गांव आया था। अपनी पत्नी के साथ 9 दिसंबर को गौरीबाजार के बखरा गया, जहां बैतालपुर निवासी एक युवक ने वाहन ओवरटेक करने को लेकर विवाद कर लिया और फायरिग की। इस मामले में पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय उनके बेटे समेत पांच के खिलाफ बलवा, डकैती समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। इतना ही नहीं, पांच फरवरी को गौरीबाजार पुलिस ने सीआरपीएफ जवान समेत अन्य लोगों पर गैंगस्टर की कार्रवाई कर दी गई। ------------------------- जांच में प्रथम ²ष्टया थानेदार के दोषी मिलने पर लाइन हाजिर कर दिया गया है। अभी जांच चल रही है। अभी गौरीबाजार में थानेदार की तैनाती नहीं की गई है। जल्द ही थानेदार की तैनाती कर दी जाएगी। डा.श्रीपति मिश्र पुलिस अधीक्षक