प्राणियों के जीवन में अन्न का बड़ा महत्व

देवरिया नागरी प्रचारिणी सभा के तत्वावधान में तुलसी सभागार में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नव वर्ष के अवसर पर मंगलवार को संगोष्ठी आयोजित की गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 12:50 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 12:50 AM (IST)
प्राणियों के जीवन में अन्न का बड़ा महत्व
प्राणियों के जीवन में अन्न का बड़ा महत्व

जागरण संवाददाता, देवरिया: नागरी प्रचारिणी सभा के तत्वावधान में तुलसी सभागार में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नव वर्ष के अवसर पर मंगलवार को संगोष्ठी आयोजित की गई।

मुख्य वक्ता सरयू पारीण ब्राह्मण परिषद के अध्यक्ष पंडित आद्या प्रसाद शुक्ल ने कहा कि प्राणियों के जीवन में अन्न का बहुत बड़ा महत्व है, चैत्र मास से ही यह अन्न भारतीय किसानों के घर में आता है, जो उसके जीवन को संवारता है। प्रकृति भी अपने पुराने परिधान को त्याग कर नए परिधान में सुसज्जित हो जाती है। सेवानिवृत्त न्यायाधीश सुधीर चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि बड़ी तेजी से एक जनवरी को नववर्ष मनाने की धुन में हम अपनी परंपरा और संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। इस प्रवृत्ति का हमें विरोध करना चाहिए। देश में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को किसान कृषि के रूप में मनाते हैं, पंजाब में वैशाखी के रूप में मनाया जाता है। अपनी परंपरा और संस्कृति का सम्मान करें। इसके बाद कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें छेदी प्रसाद गुप्त ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। भोजपुरी कवि धर्मदेव सिंह आतुर ने नववर्ष का स्वागत अपने गीतों से किया। बाबूराम सिंह, प्रमोद मणि त्रिपाठी ने भी अपनी रचनाएं सुनाकर वाहवाही लूटी। बिहार से आए रविनंदन सैनी ने भी अपनी रचनाएं सुनाया। जबकि सौदागर सिंह, राम प्यारे भारती, दयाशंकर कुशवाहा, सरोज पांडेय, नित्यानंद यादव, अभिषेक मनहरपुरी ने भी अपनी कविताएं सुनाई। इस दौरान हिमांशु सिंह, गोपाल कृष्ण सिंह, जितेंद्र तिवारी, भृगुदेव मिश्र, अनिल कुमार त्रिपाठी, संदीप कुमार द्विवेदी, चंद्रभूषण तिवारी, नरेंद्र चौरसिया प्रमुख रूप से मौजूद रहे। सभा के अध्यक्ष आचार्य परमेश्वर जोरी ने मंगलाचरण किया। संचालन मंत्री इंद्रकुमार दीक्षित ने किया।

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