16 दिन में सिर्फ 15 हजार क्विटल गेहूं की खरीद
जागरण संवाददाता देवरिया जिले में गेहूं खरीद में तेजी नहीं आ सकी है। 16 दिन में महज 15
जागरण संवाददाता, देवरिया: जिले में गेहूं खरीद में तेजी नहीं आ सकी है। 16 दिन में महज 15 हजार क्विटल गेहूं की खरीद हो सकी है। रफ्तार धीमी होने की वजह क्रय केंद्रों से संबद्ध किए गए गांवों की मैपिग प्रदर्शित न होना बताई जा रही है। शुक्रवार को पूरे दिन अधिकारी व कर्मचारी तकनीकी खामी को दूर करने की कवायद में जुटे थे।
जिले में कुल 136 क्रय केंद्र बनाए गए हैं, जिससे 2178 राजस्व ग्राम संबद्ध हैं। करीब 25 क्रय केंद्रों से संबद्ध किए गए गांवों की मैपिग प्रदर्शित नहीं हो रही है, जिसके कारण उन गांवों के किसानों की खरीद प्रभावित है। विभागीय लोगों का कहना है कि प्रदर्शित नहीं होने वाले गांवों को डिलीट कर दोबारा फीडिग कराई जा रही है, जिसके बाद लखनऊ से खामी दूर की जा रही है। करायल शुक्ल संवाददाता के अनुसार, गेहूं क्रय केंद्र करायल शुक्ल कई दिनों पूर्व खुला है, लेकिन तौल अब शुरू हुई है। केंद्र पर पानी, सैनिटाइजर व साबुन की व्यवस्था की गई है। तौल कर्मी मास्क की जगह गमछा लगाकर तौल कर रहे हैं। किसान प्रदीप यादव भुलईपुर, सारथी शुक्ला करायल शुक्ल, काशी पति शुक्ल पुरैना शुक्ल के गेहूं की तौल हो रही थी।
खुखुंदू संवाददाता के अनुसार, साधन सहकारी समिति खुखुंदू को क्रय केंद्र बनाया गया है। पूर्व में बनी सूची में 10 किमी. दूर के गांवों को शामिल किया गया था। अगल-बगल के गांवों को छोड़ दिया गया। मामला जब अधिकारियों के संज्ञान मे आया तो सुधार किया गया। आदेश जारी होने के एक पखवारे बाद भी खरीद शुरू नहीं हो सकी है। इससे किसान परेशान हैं और बिचौलियों के हाथों औने-पौने दामों पर गेहूं बेचने को मजबूर हैं।
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तीन सौ किसानों ने 12.5 एकड़ से अधिक भूमि दर्शाई
देवरिया: गेहूं बेचने के लिए किसान आनलाइन कर रहे हैं। करीब 300 से अधिक किसानों ने 12.5 एकड़़ से अधिक भूमि दर्शाई है, जिसके कारण एडीएम वित्त एवं राजस्व के स्तर से सत्यापन किया जा रहा है। जांच में पता चला है कि किसान समूह में गेहूं बेचने के लिए आनलाइन कर रहे हैं। सत्यापन में समय लगने से खरीद में देरी हो रही है। डिप्टी आरएमओ जितेंद्र यादव ने बताया कि किसान केवल अपना गेहूं बेचने के लिए आनलाइन कराएं।
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गेहूं हम बेचने के लिए तैयार हैं । अभी एसएमआइ गोदाम भाटपाररानी पर गेहूं नहीं खरीदा जा रहा है, जिससे किसान परेशान हैं।
रामप्रवेश, किसान
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क्रय केंद्र तो बने हैं, लेकिन खरीदारी चालू नहीं हो सकी है। यह चिंताजनक बात है। इसे शीघ्र चालू करना चाहिए।
ठाकुर मिश्र, किसान
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गेहूं बेचने के लिए किसान क्रय केंद्रों का चक्कर लगा रहे हैं। कई जगहों पर खरीदारी चालू नहीं हुई है। इसलिए बिचौलियों के हाथों गेहूं बेचने को मजबूर हो रहे हैं।
राकेश पांडेय, किसान
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गांवों की मैपिग से खरीद प्रभावित हुई है। इस खामी को दूर किया जा रहा है। जल्द ही खरीद में तेजी लाई जाएगी।
जितेंद्र यादव
डिप्टी आरएमओ
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