जिले में लड़खड़ाई बिजली व्यवस्था, गांवों में लोग बेहाल

इन दिनों शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही अघोषित कटौती से उपभोक्ता परेशान हैं। गांवों में रात को चार से पांच घंटे बमुश्किल आपूर्ति हो रही है। अचानक बिजली आपूर्ति लड़खड़ाने उपभोक्ताओं में नाराजगी है। वहीं बिजली विभाग के अधिकारी जल्द आपूर्ति में सुधार होने का दावा कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 12:15 AM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 12:15 AM (IST)
जिले में लड़खड़ाई बिजली व्यवस्था, गांवों में लोग बेहाल
जिले में लड़खड़ाई बिजली व्यवस्था, गांवों में लोग बेहाल

देवरिया: इन दिनों शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही अघोषित कटौती से उपभोक्ता परेशान हैं। गांवों में रात को चार से पांच घंटे बमुश्किल आपूर्ति हो रही है। अचानक बिजली आपूर्ति लड़खड़ाने उपभोक्ताओं में नाराजगी है। वहीं बिजली विभाग के अधिकारी जल्द आपूर्ति में सुधार होने का दावा कर रहे हैं।

15 दिन पहले तक शहर को 24 घंटे, तहसील मुख्यालय को 21 घंटे व ग्रामीण क्षेत्रों को 18 घंटे बिजली आपूर्ति होती थी, लेकिन अचानक एक सप्ताह जिले की बिजली व्यवस्था लड़खड़ा गई है। शहर को किसी तरह 21 घंटे तो तहसील मुख्यालय को 15 घंटे व ग्रामीण अंचलों में 13 घंटे ही बिजली बिजली मिल रही है। शहर में तो रात को उजाला रह रहा है, लेकिन गांवों में शाम ढलने के साथ ही अंधेरा छा जा रहा है। बिजली आपूर्ति इतनी कम हो रही है कि रात को इंनवर्टर भी डिस्चार्ज हो जा रहा है। अधीक्षण अभियंता ने जीसी यादव बताया कि कोयले की कमी के चलते बिजली उत्पादन कम हो गया है। इसलिए जिले में बिजली की अघोषित कटौती हो रही है। लोगों को बिजली देने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। बिजली आपूर्ति में जल्द सुधार होने की उम्मीद है। गोष्ठी का हुआ आयोजन

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व समाजवादी चितक डा. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के अवसर पर मंगलवार को सपा कार्यालय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता विधान परिषद सदस्य रामसुंदर दास निषाद ने कहा कि डा. लोहिया समाज के अंतिम व्यक्ति का विकास कर उसे विकास की मुख्य धारा में जोड़ने का प्रयास किया। वह आजीवन अन्याय व अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाते रहे। पूर्व विधायक सुरेश यादव ने कहा कि भूखी जनता चुप न रहेगी धन और धरती बट के रहेगी। कमाने वाला खाएगा, लूटने वाला जाएगा जैसे नारे लगाकर लोहिया के नेतृत्व में हम लोगों ने समाजवादी नीतियों को गांव-गांव तक पहुंचाने का काम किया था। जिससे वर्तमान कांग्रेसी सरकार की चूलें हिल गई थी। गोष्ठी में जिला उपाध्यक्ष हृदय नारायण जायसवाल, राजवंशी राजभर, रमाकांत राव, कपिलदेव प्रसाद, मुराद अली बेग, बेचूलाल यादव, उमाशंकर यादव, पंकज वर्मा, अशोक यादव, बांके लाल यादव, प्रदीप श्रीवास्तव, प्रेम प्रकाश, अंबिका चौधरी अर्जुन यादव मौजूद रहे।

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