आपरेशन के दौरान महिला के पेट में डाक्टर ने छोड़ा था तौलिया, जांच शुरू

डाक्टर ने 27 जनवरी को किग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया। वहां जांच में पता चला कि पेट में तौलिया छोड़ दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 01:17 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 01:17 AM (IST)
आपरेशन के दौरान महिला के पेट में डाक्टर ने छोड़ा था तौलिया, जांच शुरू
आपरेशन के दौरान महिला के पेट में डाक्टर ने छोड़ा था तौलिया, जांच शुरू

देवरिया: गौरीबाजार के निजी हास्पिटल में सिजेरियन आपरेशन के दौरान डाक्टर ने महिला के पेट में तौलिया छोड़ दिया था। आरोप है कि पांच माह बाद किग जार्ज मेडिकल कालेज लखनऊ में आपरेशन कर तौलिया को बाहर निकालकर महिला की जान बचाई गई। इस मामले की जांच शुरू हो गई है।

महिला के पति की शिकायत पर डीएम अमित किशोर ने सीडीओ शिव शरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की है। कमेटी में एसडीएम सदर सौरभ सिंह, एसडीएम भाटपाररानी ध्रुव शुक्ला, ड्रग इंस्पेक्टर जय सिंह, जिला अस्पताल के सीएमएस डा.एएम वर्मा, एसीएमओ डा.संजय चंद, पीएचसी भलुअनी की चिकित्साधिकारी डा.मंजरी मिश्रा शामिल हैं। दोनों पक्षों को सुनवाई का पर्याप्त अवसर प्रदान करते हुए दो सप्ताह में विधिवत जांच की जाएगी।

गौरतलब है कि महुआडीह थाना क्षेत्र के हेतिमपुर गोसाई टोला निवासी हरिहर गिरी पुत्र विद्या गिरी ने अपनी पत्नी रेखा देवी को 12 अगस्त 2020 को प्रसव पीड़ा हुई। गौरीबाजार के दिनेशा हास्पिटल डा. संगीता सिंह ने उसी दिन शाम को सिजेरियन आपरेशन किया। आरोप है कि आपरेशन के बाद टांके लगाने के दौरान डाक्टर ने घोर लापरवाही की। महिला की हालत खराब होने पर 13 जनवरी को मेडिकल कालेज गोरखपुर में भर्ती कराया। डाक्टर ने 27 जनवरी को किग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया। वहां जांच में पता चला कि पेट में तौलिया छोड़ दिया गया है। इस संबंध में स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ डा.संगीता सिंह महिला का मैंने आपरेशन किया था। आपरेशन के दौरान तौलिया का इस्तेमाल नहीं जाता है। जो भी आरोप लगाए गए हैं। वह बेबुनियाद है।

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