बेटी के हाथ पीले करने के अरमान रह गए अधूरे
बेटी के हाथ पीले करने का दिल में अरमान लिए पिता दिल्ली से घर आने की तैयारी में था, लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनका अरमान अधूरा ही रह जाएगा। दिल्ली के करोल बाग स्थित प्रेम ईकाई में अग्निकांड में उनकी मौत हो गई। दिल्ली में हुई इस घटना से देवरिया के गांव बंजरिया में मातम छा गया
देवरिया : बेटी के हाथ पीले करने का दिल में अरमान लिए पिता दिल्ली से घर आने की तैयारी में था, लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनका अरमान अधूरा ही रह जाएगा। दिल्ली के करोल बाग स्थित प्रेम ईकाई में अग्निकांड में उनकी मौत हो गई। दिल्ली में हुई इस घटना से देवरिया के गांव बंजरिया में मातम छा गया। हादसे के शिकार भगन प्रसाद के परिवार पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा। शादी की तैयारियों में व्यस्त परिवारीजनों के करुण क्रंदन से लोगों का कलेजा दहल गया। दरवाजे पर भीड़ जमा हो गई। लोग परिजनों को ढांढस बंधाने में जुटे हैं।
दिल्ली के करोल बाग में सोमवार को प्रेस की ईकाई में आग लग गई, जिसमें बनकटा थाना क्षेत्र के बंजरिया निवासी भगन प्रसाद पुत्र मंगल की दर्दनाक मौत हो गई। मौत की खबर जब पत्नी रुगदी को मिली तो उनके होश उड़ गए। परिवार में चीख पुकार मच गई। ग्रामीणों को अनहोनी का अंदेशा हो चुका था। लोग उनके दरवाजे पर एकत्र हो गए। घटना को सुन लोगों की आंखों से आंसू छलक पड़े और नियति को कोसने लगे। मृतक भगन का इकलौता बेटा पप्पू बोलने में असमर्थ है, जिसकी शादी हो चुकी है। मृत भगन प्रसाद की चार बेटियां सेवरी, चुन्नी, अंजली व नंदिनी हैं। नंदिनी को छोड़ बाकी सभी की शादी हो चुकी है। 3 दिसंबर को भगन घर पहुंचने वाले थे। 6 दिसंबर को बेटी नंदिनी की सगाई थी लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। उन्हें क्या पता था कि जिस बेटी की सगाई की तैयारी में परिवारीजन व्यस्त हैं उनकी इस ख्वाहिश को किसी की नजर लग गई है। मां सुल्तानी देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। घटना की खबर मिलने पर पत्नी, बेटा व बेटी नंदिनी दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं।