कार्यमुक्त न करने पर प्रधानाचार्यों पर होगा मुकदमा

देवरिया: यूपी बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों की कमी को देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त रूख

By JagranEdited By: Publish:Tue, 06 Feb 2018 10:29 PM (IST) Updated:Tue, 06 Feb 2018 10:29 PM (IST)
कार्यमुक्त न करने पर प्रधानाचार्यों पर होगा मुकदमा
कार्यमुक्त न करने पर प्रधानाचार्यों पर होगा मुकदमा

देवरिया: यूपी बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों की कमी को देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है। डीएम के निर्देश पर जिला विद्यालय निरीक्षक शिव चंद राम ने सभी प्रधानाचार्यों को कड़ा पत्र लिखा गया है। डीआइओएस ने राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को चेताया है कि आज ही अपने विद्यालयों के अध्यापकों को उनके लगाए गए परीक्षा केंद्रों के लिए अवमुक्त करके व्हाट्सएप पर इसकी सूचना उपलब्ध कराएं। अन्यथा संबंधित प्रधानाचार्य के विरुद्ध परीक्षा कार्य में बाधा उत्पन्न करने के आरोप में इंटरमीडिएट शिक्षा अधिनियम व राजकीय नियमों के प्रावधान के अनुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जाएगी। साथ ही प्रधानाचार्य समेत सभी का वेतन रोक दिया जाएगा।

डीआइओएस ने वित्तविहीन मान्यता प्राप्त हाईस्कूल व इंटर कालेजों के प्रधानाचार्यों से कहा है कि पहले दिन प्रथम पाली में कुछ केंद्रों पर काफी कम संख्या में अध्यापक ड्यूटी पर पहुंचे। यह स्थिति परीक्षा कार्य में घोर लापरवाही को दर्शाता है। उन्होंने 50 फीसद अध्यापकों को कार्य मुक्त करते हुए संबंधित परीक्षा केंद्रों पर ड्यूटी के लिए तत्काल भेजें। ऐसा न करने पर संबंधित प्रधानाचार्य के विरुद्ध परीक्षा कार्य में बाधा डालने के आरोप में एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।

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परिषदीय शिक्षकों पर भी कसेगा नकेल

देवरिया: जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उपेंद्र कुमार ने भी सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को कड़ा पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि कुछ परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षक के रूप में ड्यूटी लगने के बाद भी शिक्षकों द्वारा अपना योगदान नहीं दिया जा रहा है। यह घोर लापरवाही, उदासीनता व विभागीय आदेशों की अवहेलना का द्योतक है। उन्होंने अगली पाली में होने वाली परीक्षा में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों का ब्योरा तत्काल उपलब्ध कराने को कहा है। यदि किसी शिक्षक द्वारा बोर्ड परीक्षा ड्यूटी के दौरान अनुपस्थित रहने व अनुचित कार्यों में लिप्त रहने का मामला संज्ञान में आता है तो उनके विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

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