एसपी की सक्रियता से साइबर अपराध रुका, बैंकर्स ने जताया आभार

जिलाधिकारी ने कहा साइबर अपराध को रोकने में पुलिस अधीक्षक की भूमिका सराहनीय

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 12:08 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 12:08 AM (IST)
एसपी की सक्रियता से साइबर अपराध रुका, बैंकर्स ने जताया आभार
एसपी की सक्रियता से साइबर अपराध रुका, बैंकर्स ने जताया आभार

जागरण संवाददाता, देवरिया: जिला सलाहकार एवं साख समिति की त्रैमासिक बैठक विकास भवन स्थित गांधी सभागार में जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन की अध्यक्षता में हुई। समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने प्रायरिटी सेक्टर लेंडिग बढ़ाने और स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं से संबंधित लोन प्रस्तावों को शीघ्र स्वीकृत करने के लिए बैंकर्स को आवश्यक निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जनपद कोविड-19 उबरने का प्रयास कर रहा है और सरकारी योजनाएं लोगों को स्वरोजगार के लिए अवसर उपलब्ध करा रही हैं। जीविका उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की वजह से बैंकों की भूमिका बढ़ जाती है।

जिलाधिकारी ने बैंकिग फ्रॉड और साइबर अपराध से जुड़े गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस अधीक्षक डा. श्रीपति मिश्र की सराहना की और जनपद के समस्त बैंकर्स की ओर से स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। जनपद में साइबर अपराध के रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए जनपद के एलडीएम राकेश श्रीवास्तव ने पुलिस कप्तान डा. श्रीपति मिश्र का विशेष आभार व्यक्त किया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस साइबर अपराध से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। यदि बैंक की ओर से साइबर सेल को समय रहते उचित सहयोग मिल जाए तो बहुत से साइबर अपराधों को रोका जा सकता है। उन्होंने जनपद के सभी बैंकों को साइबर अपराध और बैंकिग फ्रॉड से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम चलाने की सलाह दी। जागरूकता कार्यक्रम से नागरिकों की वित्तीय साक्षरता बढ़ेगी और वे साइबर अपराध से सुरक्षित रह सकेंगे। उन्होंने बैंक प्रबंधकों को अपने ब्रांच की सुरक्षा जांच नियमित अंतराल पर कराने की नसीहत भी दी। बैठक में शामिल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के सहायक क्षेत्रीय महाप्रबंधक सुधीर पांडेय ने भी पुलिस अधीक्षक महोदय का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षित माहौल में ही बैंक जनता को जनोपयोगी सुविधाएं उपलब्ध करा सकते हैं। जनपद स्तर पर सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में बैंकों की प्रगति पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया और कहा कि जनपद पहले स्थान पर आने की क्षमता रखता है। शाखा स्तर पर आने वाली समस्याओं को आपसी समन्वय से दूर किया जा सकता है और लोन को अधिक से अधिक लाभार्थियों को उपलब्ध कराया जा सकता है।

समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, डीसी मनरेगा गजेंद्र तिवारी, उप कृषि निदेशक डॉ आशुतोष पांडेय, सहायक उपायुक्त उद्योग अनुराग यादव, सहित विभिन्न विभागों और बैंकों के अधिकारी मौजूद थे।

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