नौकाटोला के छह घरों में घुसा सरयू का पानी

मुख्य बंधे से टकरा रहा बाढ़ का पानीसरयू नदी खतरे के निशान से 1.80 मीटर ऊपर जरलहवा टोला से दरगाह किशुन टोला से सूरजपुर जाने वाला संपर्क मार्ग डूबा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 11:48 PM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 11:48 PM (IST)
नौकाटोला के छह घरों में घुसा सरयू का पानी
नौकाटोला के छह घरों में घुसा सरयू का पानी

जागरण संवाददाता, बरहज: सरयू और राप्ती नदी तबाही की ओर बढ़ रही है। बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। सरयू नदी खतरे के निशान से 1.80 मीटर ऊपर बह रही है। जलस्तर बढ़ने से कपरवार का नौकाटोला घिर गया है। छह घरों में पानी घुस गया है। लालबहादुर यादव, रामाज्ञा यादव, लालू यादव, सुखराम प्रसाद का परिवार दूसरे के घर शरण लिया है। विशुनपुर देवार के जरलहवा टोला से दरगाह और किशुन टोला से सूरजपुर जाने वाला मार्ग मार्ग डूब गया है। बाढ़ का पानी मुख्य बंधे से टकरा रहा है।

रविवार को सरयू नदी खतरे के निशान 66.50 मीटर से ऊपर 67.80 मीटर पर बह रही है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 1.80 मीटर ऊपर है। जलस्तर में 24 घंटे में पांच सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। नगर के पटेल नगर, रगरगंज, केवटलिया, तिवारीपुर के तटीय हिस्सों में बाढ़ का पानी फैल रहा है। जिससे आबादी प्रभावित है। राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। इससे कपरवार, विनोबापुरी के खेतों में पानी पुलिया के रास्ते पहुंच गया है। विशुनपुर देवार के ओमप्रकाश यादव, गोविद ने बताया कि पानी बढ़ने से रास्ते डूब गए हैं। जिससे आवागमन में दिक्कतें हो रही है। जरलहवा टोला से रामनरेश टोला, हरिजन बस्ती, मुख्य मार्ग तक आने जाने के लिए छह नाव की आवश्यकता है। बाढ़ से घिरे क्षेत्रों में पशुपालकों के लिए चारे की समस्या है। तटवर्ती गांव के लोगों का कहना है कि जलस्तर में वृद्धि का क्रम जारी रहा तो मुसीबत और बढ़ जाएगी। लोग बाढ़ को लेकर भयभीत हैं। सरयू और राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मियों के माध्यम से हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है। जरूरत के अनुसार नाव लगाई गई हैं। स्थानीय गोताखोर, नाविकों को सतर्क कर दिया गया है। पीएसी का बाढ़ राहत दल पहले से ही है।

संजीव कुमार यादव

उपजिलाधिकारी, बरहज राप्ती और गोर्रा के उफान से दो लाख लोगों की उड़ी नींद रुद्रपुर : दोआबा में बढ़ते जलस्तर से दो लाख लोगों की नींद फिर उड़ गई है। नदियों का उफान देख लोग रातजगा कर रहे हैं। गोर्रा के गुर्राने से दोआबा के लोग सहम गए हैं। राप्ती भेड़ी, नीबा, नगवां खास गांव के समीप कटान कर रही है। वहीं बेलवा जमींदारी बांध के किनारे पहुंच रहा हैं।

रविवार की सुबह नीबा गांव के समीप शाही मांद से पानी का रिसाव शुरू हो गया, जिससे ग्रामीण भयभीत हो गए। आनन-फानन विभाग ने मौके पर पहुंचकर उसको ठीक कराया। नरायनपुर औराई गांव में लोगों के घरों तक पानी पहुंच गया है। बहोरादलपतपुर गांव के घरों की तरफ गोर्रा लगातार कटान कर रही है। राप्ती का कहर गायघाट की तरफ बढ़ता जा रहा है। भेड़ी गांव के दलित बस्ती की तरफ बोल्डर पिचिग धंस रही है। ठोकर नदी की धारा में विलीन हो चुके हैं। गोर्रा पिड़रा, रतनपुर, ईश्वरपुरा गांव के कृषि योग्य भूमि को लगातार काट रही है। राप्ती के जलस्तर का सर्वाधिक दबाव बेलवा जमींदारी बांध की तरफ बढ़ रहा है अगर दो फीट पानी और बढ़ गया तो बंधा टूट सकता है।

-

नदियों के बढ़ते जलस्तर पर प्रशासन की पैनी नजर है। इसकी डेली रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी जा रही है। बचाव के सभी इंतजाम किए जाएंगे। संजीव कुमार उपाध्याय

उप जिलाधिकारी रुद्रपुर

-

बढ़ रहा राप्ती और गोर्रा का जलस्तर:

रुद्रपुर : रविवार को राप्ती गेज प्वाइंट भेड़ी के समीप 70.90 मीटर और गोर्रा 71.30 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। राप्ती खतरे के निशान से 40 सेमी और गोर्रा 80 सेमी पर प्रवाहित हो रही थी। दोनों के खतरे का निशान 70.50 मीटर है। नदियां हाई फ्लड लेवल की तरफ तेजी से बढ़ रही हैं।

chat bot
आपका साथी