सरयू नदी का जलस्तर स्थिर, दुश्वारियां बरकरार
चौबीस घंटे में स्थिर है जलस्तर पानी से घिरे लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया
जागरण संवाददाता, बरहज: बाढ़ की दुश्वारियां कम नहीं हुई हैं। खतरे के निशान 66.50 मीटर से ऊपर है। विशुनपुर देवार के दस टोले और भदिला प्रथम गांव बाढ़ के पानी से घिरा है। सरयू और राप्ती नदी का जलस्तर स्थिर है। बावजूद इसके कटईलवा, कुरह परसिया, कपरवार के कुबाईच टोले पर किसानों की फसल डूबी हुई है।
सरयू नदी सोमवार को खतरे के निशान 66.50 मीटर से ऊपर 67.45 मीटर पर स्थिर है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 95 सेंटीमीटर ऊपर स्थिर है। गत 24 घंटे में जलस्तर में वृद्धि नहीं हुई है। विशुनपुर देवार के घिरे टोलों की स्थिति गंभीर है। जलस्तर स्थिर होने के बाद भी बाढ़ की समस्या कम नहीं हुई है। उपजिलाधिकारी संजीव कुमार सिंह ने बताया कि सरयू नदी का जलस्तर स्थिर हुआ है। उम्मीद है पानी घटेगा। पानी से घिरे लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया। बारिश से जगह-जगह जलजमाव, लोग परेशान जागरण संवाददाता, देवरिया: सोमवार को मौसम ने करवट ले लिया और आसमान में बादल छाने के साथ ही बारिश हुई। बारिश की वजह से शहर और ग्रामीण अंचलों में भी जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। इससे लोगों को परेशानी सामना करना पड़ा। उधर शहर से लोग ग्रामीण अंचलों की भी बिजली आपूर्ति प्रभावित रही। आपूर्ति बहाल कराने के लिए कर्मचारी जूझते रहे।
चार से पांच दिनों से गर्मी के बीच उमस भी थी, अचानक दोपहर बाद मौसम बदल गया और सुहानी हवा के बीच बारिश शुरू हो गई। लगभग डेढ़ घंटे तक मूसलधार बारिश हुई। बारिश के चलते राघवनगर को जाने वाली सड़क पर, रामलीला मैदान विद्युत उपकेंद्र परिसर, लोक निर्माण विभाग कार्यालय, पोस्टमार्टम को जाने वाली सड़क पर पानी लग गया। जल जमाव के चलते लोगों को आने-जाने में दिक्कत उत्पन्न होने लगी। बारिश के चलते शहर के सिविल लाइन रोड, राघव नगर, रामलीला मैदान में कुछ देर के लिए बिजली आपूर्ति ठप रही। काफी प्रयास के बाद कर्मचारियों ने बिजली आपूर्ति बहाल की।