बरहज में बढ़ रहा सरयू नदी का जलस्तर

खतरे के निशान से 1.20 मीटर ऊपर बह रही सरयू नदी बाढ़ खंड ने कटइलवा में पूरा किया बचाव कार्य

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 12:11 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 12:11 AM (IST)
बरहज में बढ़ रहा सरयू नदी का जलस्तर
बरहज में बढ़ रहा सरयू नदी का जलस्तर

जागरण संवाददाता, बरहज: सरयू नदी का दो दिनों से लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। इससे बाढ़ को लेकर लोगों की चिता बढ़ गई है। सरयू नदी खतरे के निशान से 1.20 मीटर ऊपर बह रही है। कटइलवा में हुए कटान से बचाव के लिए जियो सीट और जियो बोरियों को रखने का कार्य पूरा कर लिया गया है।

शनिवार को सरयू नदी खतरे के निशान 66.50 मीटर से ऊपर 67.70 मीटर पर बह रही है। सरयू नदी खतरे के निशान से 1.20 मीटर ऊपर है। 24 घंटे में जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। कपरवार में राप्ती नदी का जलस्तर मामूली बढ़ा है। जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांव के लोग बाढ़ को लेकर चितित हैं।

उपजिलाधिकारी संजीव कुमार यादव ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांव परसिया देवार में 150 लोगों को राहत सामग्री वितरित की गई। हल्का लेखपाल शमीम अंसारी, चंदन पटेल ने बाढ़ प्रभावित लोगों में राहत सामग्री वितरित की। बाढ़ खंड के सहायक अभियंता अशोक कुमार द्विवेदी ने बताया कि अयोध्या से लेकर स्थानीय स्तर तक बारिश के कारण सरयू नदी का जलस्तर बढ़ा है। कटइलवा में सुरक्षा कार्य पूरा कर लिया गया है। नदी की कटान से नकइल-सेमरौना तटबंध पर खतरा

जागरण संवाददाता मदनपुर, देवरिया: नकइल-सेमरौना तटबंध पर खतरा बरकरार है। विभाग द्वारा किए जा रहे कटान रोधी उपाय बेअसर होते जा रहे है। दो दिन हुई मूसलधार बारिश से संवेदनशील बिदु की बोल्डर पिचिग भी क्षतिग्रस्त हो गई है। जिसे देख ग्रामीणों में दहशत है।

क्षेत्र के सबसे लंबे बांध के किमी चार के संवेदनशील बिदु पर राप्ती की धारा लगातार कटान कर रही है। स्थिति को नियन्त्रण में करने के लिए जुटे विभाग की दो दिन हुई तेज बरसात ने मुसीबत बढ़ा दी है। दर्जनों की संख्या में डाले गए बम्बो क्रेट्स, पारकोपाइन के साथ मिट्टी व ईंट से भरी बोरी के क्रेट्स नदी में समा चुके हैं। उसके बाद भी कटान थम नही रही। महकमा मरम्मत कार्य मे जुटा है। बीते दो दिनों में हालात और भी खराब हो गए हैं। बारिस ने बोल्डर-पिचिग को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है। गनीमत यह है कि इस समय नदी का जलस्तर काफी नीचे है अन्यथा स्थिति को संभालना दुरूह हो जाता।

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नदी डेंजर लेबल से नीचे है। कटान रोकने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। बोल्डर पिचिग पहले से जर्जर थी, बारिस ने स्थिति और बिगाड़ दी है। उसके बावजूद बांध को किसी तरह का खतरा नही है।

सचिन अग्रवाल

सहायक अभियंता

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