नहीं दिया गया महिलाओं को उपकरण
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बिजली बिल निकालने का दिया है प्रशिक्षण
जागरण संवाददाता, देवरिया: सरकार का स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार देने पर विशेष जोर है। गांव-गांव में बिजली बिल निकालने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षण को आठ माह पहले ही दे दिए गए, लेकिन महिलाओं को उपकरण नहीं दिए गए। जिसके चलते महिलाएं बिजली बिल मीटर से नहीं निकाल पा रही हैं। हालांकि बिजली विभाग एक संस्था से बातचीत कर जल्द ही महिलाओं को उपकरण उपलब्ध करा देने का दावा कर रहा है।
शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में अभी तक तीन लाख उपभोक्ताओं के घर बिजली मीटर लगा दिया गया है। मीटर से रीडिग लेने के लिए बिजली विभाग ने कर्मचारियों को रखा है, लेकिन बहुत से कर्मचारी गांवों में समय से नहीं जाते हैं, जिसके चलते समय से बिजली बिल नहीं मिल पाता है और उपभोक्ता भी लापरवाही बरतने लगते हैं। ऐसे में बिजली विभाग ने जनवरी माह में नई पहल की। जिले की 75 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मीटर रीडिग निकालने व बिजली बिल जमा करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। लेकिन महिलाओं को अभी तक मोबाइल, बिजली बिल निकालने के लिए मशीन व प्रिटर नहीं दिया गया है।
--- अभी यह कार्य करती हैं महिलाएं
महिलाओं को जो प्रशिक्षण दिया गया है, उसमें बिजली बिल कैसे निकाले और कैसे जमा करें? महिलाएं प्रशिक्षण लेकर केवल अभी लोगों के दरवाजे-दरवाजे जाकर बिजली बिल जमा कर पा रही हैं। एक बिजली बिल जमा करने पर उन्हें साढ़े पांच रुपये मिल रहे हैं। जबकि मीटर से बिजली बिल निकालने का भी उन्हें पांच रुपये मिलेंगे।
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अभी महिलाएं केवल बिजली बिल जमा कर रही हैं, उन्हें उपकरण नहीं दिया गया है। एक संस्था से बातचीत की गई है, जल्द ही उपकरण भी उपलब्ध हो जाएंगे। जिसके बाद महिलाएं बिजली बिल भी निकाल सकेंगी। जीसी यादव
अधीक्षण अभियंता