किसान हित में नहीं बिजली का निजीकरण

राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन की हुई बैठक निजीकरण के खिलाफ आंदोलन करने की बनाई गई रणनीति

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Aug 2021 11:52 PM (IST) Updated:Thu, 12 Aug 2021 11:52 PM (IST)
किसान हित में नहीं बिजली का निजीकरण
किसान हित में नहीं बिजली का निजीकरण

जागरण संवाददाता, देवरिया: राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन शाखा देवरिया की बैठक कार्यालय पर गुरुवार को आयोजित की गई, जिसमें अवर अभियंताओं के साथ ही अन्य कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।

केंद्रीय उपाध्यक्ष इंजीनियर अजय कुमार ने इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल का विरोध जताते हुए कहा कि यह बिल उपभोक्ताओं व किसानों के हित में नहीं है। निजीकरण से किसानों को सब्सिडी नहीं मिलेगी और बिजली महंगी दर पर मिलेगी। इंजीनियर अनूप वर्मा ने कहा कि सीमित संसाधन होने पर भी आंधी-बारिश में अवर अभियंता विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से देने में जुटे रहते हैं। प्रबंधन बिना संसाधन के ही विद्युत आपूर्ति देने के लिए कह रहा है। संसाधन उपलब्ध नहीं होने पर सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति नहीं की जा सकती है।

क्षेत्रीय अध्यक्ष पुनीत निगम ने कहा कि हमारी प्रमुख मांगें 4800 ग्रेड वेतन, वेतन विसंगति दूर करने, वरिष्ठ निर्धारण आदि प्रमुख है। अगर हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। क्षेत्रीय सचिव पुष्कर उपाध्याय, शशांक चौबे, संदीप कुमार, रोशन कुमार, भुनेश प्रताप सिंह, मनीष प्रजापति, अनिल कुमार, शैलेंद्र कुमार, गोरख गुप्ता, राजा प्रसाद, अवधेश कुमार प्रमुख रूप से मौजूद रहे। फाल्ट से मदनपुर व महेन की ठप रही बिजली आपूर्ति

मदनपुर, देवरिया: बरहज उपकेंद्र में आई खराबी व बरसात की वजह से महेन उपकेंद्र से विद्युत आपूर्ति लड़खड़ा गई है। पानी से घिरे पोल से मेन लाइन में आए दिन हो रहे फाल्ट से विद्युतकर्मी भी परेशान हैं।

गुरुवार को रुद्रपुर के समीप कुरना नाले के किनारे पानी से घिरे पोल पर मेन लाइन में फाल्ट होने से भी आपूर्ति बाधित रही। कर्मचारियों का कहना है कि पानी अधिक होने से खराबी दूर करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस सम्बंध अधिशासी अभियंता एसके सिन्हा ने बताया कि बरहज में मरम्मत जारी है। जल्द ही उपकेंद्र से आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।

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