एनएचएम कर्मियों ने किया सीएमओ कार्यालय पर प्रदर्शन
कार्य बहिष्कार कर दिया धरना की नारेबाजी प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व के आह्वान पर शुरू हुआ आंदोलन
जागरण संवाददाता, देवरिया: उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिले के एनएचएम कर्मियों ने बुधवार को सीएमओ कार्यालय पर सात सूत्रीय मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। मांगों के पूरा नहीं होने पर उन्होंने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।
संगठन के जिला मंत्री सुनील सिंह ने कहा कि एक लाख एनएचएम संविदा कर्मचारियों व लगभग दो लाख आशा कार्यकर्ताओं की लंबित मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है। संविदा कर्मचारी अपनी जान हथेली पर रख कर कोविड जैसी महामारी में अपनी सेवा देते रहे। संविदा कर्मियों से प्रत्येक राजकीय अवकाशों व साप्ताहिक अवकाशों में भी कार्य लिया जा रहा है। जबकि मांगें पूरा नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि विनियमितीकरण, समायोजन व असृजित पदों का विभाग में सृजन किया जाए। सातवें वेतन आयोग का लाभ व जाब सिक्योरिटी दी जाए। रविजीत बहादुर सिंह ने कहा कि तमाम ऐसे कर्मचारी हैं जो 200 से 800 किमी दूर गैर जनपदों में कार्य कर रहे हैं। रिक्त पदों पर उनके गृह जनपद में तैनात किया जाए।
कर्मचारियों की बहाली होने से स्वास्थ्य सेवाएं और बेहतर होगी। लोगों को शिकायत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लक्की मल्ल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत समस्त संविदा कर्मचारियों के लिए बीमा पालिसी का निर्धारण किया जाए। प्रमुख रूप से डा. अखिलेश त्रिपाठी, डा. कार्तिकेय जायसवाल, सीमा मिश्रा, संजय कुमार त्रिपाठी, राजहंस कुमार पांडेय, राकेश प्रजापति, अरुण कुमार उपाध्याय, आनंद गुप्ता, राकेश पांडेय, सूरज पांडेय, राजन तिवारी, पूजा गुप्ता, अर्चना भारती, आशा यादव काजल तिवारी आदि मौजूद रहे।