क्षय रोग विभाग से बिना इलाज लौटे 38 मरीज

क्षय रोग के मरीजों के इलाज में बरती जा रही लापरवाही टीबी की जांच के लिए भटक रहे लोग

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 11:45 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 11:45 PM (IST)
क्षय रोग विभाग से बिना इलाज लौटे 38 मरीज
क्षय रोग विभाग से बिना इलाज लौटे 38 मरीज

जागरण संवाददाता, देवरिया: जिला अस्पताल के क्षय रोग विभाग में जिले के चारो तरफ से आए मरीजों को सोमवार को इलाज नहीं हो सका। एक तरफ अभियान चलाकर मरीजों को खोजने का कार्य किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ अस्पताल चल कर आए मरीजों को इलाज व उनकी जांच में लापरवाही बरती जा रही है। पूरे दिन 38 मरीज, डाक्टर को खोजने के बाद निराश होकर घर लौट गए।

क्षय रोग विभाग इन दिनों मरीजों को खोजने का अभियान चला रहा है। दो चरण पूरा हो गया है। तीसरा 17 सितंबर से शुरू हुआ है। अभी तक जिले में 59 मरीजों को खोजा गया है। इन मरीजों को भी दवा इलाज के लिए परेशान होना पड़ रहा है। जिला क्षय रोग विभाग में सोमवार को सुबह से लेकर दोपहर तक क्षय रोग की जांच कराने व दवा के लिए लोग बैठे रहे। लेकिन यहां डाक्टर ओपीडी में नहीं बैठे। जिससे उन्हें मायूस होकर घर वापस लौटना पड़ा। सुनिए मरीजों का दर्द

लार से आई मंजू देवी को क्षय रोग की जांच करानी थी और दवा भी लेनी थी, लेकिन डाक्टर के नहीं बैठने से उन्हें ने तो इलाज मिल सका और न जांच हो सकी। लंगड़ी देवरिया की रहने वाली बंटी देवी में क्षय रोग की पुष्टि पंजाब में ही हुई। उन्हें दवा शुरू करने के लिए डाक्टरों ने कहा था। वह जिला अस्पताल के क्षय रोग विभाग पहुंची लेकिन उन्हें दवा नहीं मिली। सलेमपुर क्षेत्र के मंगराइच गांव की शीला देवी, रुद्रपुर के महेश गौतम प्रसाद के अलावा यहां कई मरीज इलाज व जांच के लिए बैठे रहे। पूरा दिन इंतजार करने के बाद घर लौट गए।

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मैं दिन में 12 बजे तक अस्पताल में था, इस दौरान जो मरीज थे उन्हें देखा। अभियान में पथरदेवा निकल गया हूं। अन्य कोई डाक्टर तैनात नहीं है। जिससे परेशानी हो रही है। इसके लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।

डा. आरपी यादव

जिला क्षय रोग अधिकारी मैं दिखाता हूं कि आखिर डाक्टर क्यों नहीं ओपीडी में बैठे। यह ठीक नहीं है। क्षय रोग के मरीजों के इलाज में व जांच में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

डा. आलोक पांडेय

सीएमओ

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