गोर्रा ने किया उच्चतम जलस्तर पार, 52 गांवों पर बाढ़ का खतरा

उचतम जलस्तर 72.15 मीटर को पार करने के बाद नदी में उफान राप्ती का जलस्तर 12 घंटे से स्थिर रिसाव स्थलों पर मरम्मत कार्य जारी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Sep 2021 11:33 PM (IST) Updated:Sun, 05 Sep 2021 11:33 PM (IST)
गोर्रा ने किया उच्चतम जलस्तर पार, 52 गांवों पर बाढ़ का खतरा
गोर्रा ने किया उच्चतम जलस्तर पार, 52 गांवों पर बाढ़ का खतरा

जागरण संवाददाता, देवरिया : जनपद में गोर्रा नदी ने उच्चतम जलस्तर को पार कर लिया है। रविवार की सुबह करीब 10 बजे नदी का जलस्तर बढ़ गया। उच्चतम जलस्तर 72.15 मीटर को पार करने के बाद नदी में उफान आ गई है। नदी ने पुल के नीचले सतह को छू लिया है।

रुद्रपुर संवाददाता के अनुसार नदी कभी भी कहर बरपा सकती है। रुद्रपुर इलाके के 52 गांवों की करीब दो लाख आबादी दहशत में है। लोगों की चिता बढ़ गई है। यदि कोई तटबंध टूटा तो उपनगर तक पानी आ सकता है। पिड़री, पांडेयमांझा राजधर सहित अन्य रिसाव स्थलों पर मरम्मत कार्य तेजी से चल रहा है। बाढ़ विभाग के अभियंता तटबंधों का दौरा कर रहे हैं। इसके साथ ही पिड़रा-भुसउल, मांझा भीमसेन, पांडेय मांझा, राजधर तटबंधों पर गोर्रा का दबाव तेजी से बढ़ता जा रहा है। गोर्रा के किनारे बसे रुद्रपुर तहसील के पश्चिम तरफ के गांव भगवान मांझा, बेलवा दुबौली, बनियापार, रतनपुर, ईश्वरपुरा, सुल्तानी, पलिया, भेलउर, जगदीशपुर, बहोरादलपतपुर, नरायनपुर औराई, डहरौली गाजन, छपरा बुजुर्ग शामिल हैं। पूरब तरफ के गांव पिड़री, पिड़रा, सिलहटा, करौता, जगतमांझा, करनपुरा, शीतलमांझा, मांझा भीमसेन, डहरौली खुर्द, सोनबरसा शामिल हैं।

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तटवर्ती गांवों में दहशत

रुद्रपुर : राप्ती का जलस्तर 12 घंटे से स्थिर है। रविवार की सुबह गेज प्वाइंट भेड़ी के समीप 72.10 मीटर पर नदी बह रही है। राप्ती खतरे के निशान 70.50 मीटर से एक मीटर 60 सेमी ऊपर बह रही थी जो उच्चतम जलस्तर 72.65 से 55 सेमी नीचे है। हालांकि तटवर्ती गांवों के लोग दहशत में है। लोग कटान को लेकर नजर बनाए हुए हैं। -गोर्रा ने उच्चतम जलस्तर पार कर लिया है। तटबंधों की सुरक्षा के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं। हर हाल में लोगों की सुरक्षा की जाएगी। फिलहाल चिता की कोई बात नहीं है। राहत सामग्री लगातार दी जा रही है।

संजीव कुमार उपाध्याय

एसडीएम रुद्रपुर सरयू नदी का पांच सेमी घटा जलस्तर, मुसीबत बरकरार बरहज : सरयू नदी का जलस्तर पांच सेंटीमीटर कम हुआ है। सरयू नदी खतरे के निशान से 1.60 मीटर ऊपर बह रही है। तीन दिन तक स्थिर रहने के बाद जलस्तर घटने से बाढ़ को लेकर लोगों की चिता थोड़ी कम हुई है। प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ का पानी बरकरार है। प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध करा रहा है।

रविवार को सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान 66.50 मीटर से ऊपर 68.10 मीटर पर है। जलस्तर में पांच सेंटीमीटर की कमी आई है। जलस्तर खतरे के निशान से 1.60 सेंटीमीटर ऊपर है। 24 घंटे में पांच सेंटीमीटर की कमी आई है। कपरवार में राप्ती नदी का जलस्तर घट रहा है। कपरवार का कुबाइच टोला, नौकाटोला, बेलडाड़, कटइलवा, नगर क्षेत्र के तिवारीपुर, पटेल नगर पूर्वी, पटेल नगर पश्चिमी, रगरगंज, कटियारी, अकूबा, बरेजी, देउबारी, परसिया देवार, विशुनपुर देवार, भदिला प्रथम में बाढ़ का पानी फैला हुआ है।

विशुनपुर देवार में शनिवार को तहसील से ले जाया गया 139 पैकेट राहत सामग्री को शुक्रवार को हल्का लेखपाल शमीम अंसारी, चंदन पटेल, ग्राम प्रधान ओम प्रकाश यादव ने लोगों में वितरित किया।

उपजिलाधिकारी संजीव कुमार यादव ने बताया कि जलस्तर घट रहा है। प्रशासन प्रभावित लोगों में राहत सामग्री, चिकित्सा सेवा सहित अन्य जरूरी मदद पहुंचा रहा है।

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