मुकदमा दर्ज होने के बावजूद शिक्षा विभाग वेतन वसूली में उदासीन
फर्जी शिक्षकों से वसूली के लिए दौड़ रहा कागजी घोड़ा वसूली न होने के चलते फर्जी शिक्षकों का बढ़ रहा मनोबल
जागरण संवाददाता, देवरिया: परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक भर्ती में बड़े पैमाने पर धांधली की गई है। शिक्षा विभाग के साथ ही इसकी जांच एसटीएफ कर रही है। एसटीएफ व विभागीय जांच में जनपद में तैनात रहे 44 शिक्षक दो साल में बर्खास्त किए गए हैं। उनके खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई तो की गई, लेकिन अभी तक वेतन के मद में लिए गए सरकारी रुपये की रिकवरी विभागीय अफसरों की सुस्ती से अभी तक हो सकी है। विभाग केवल नोटिस भेजकर उदासीन हो गया है। हाल ही में अभियान चलाकर दर्ज कराया गया है मुकदमा एसटीएफ की जांच में लगातार फर्जी शिक्षकों का चिट्ठा खुलता जा रहा है। जिनको एसटीएफ ने पकड़ लिया, उनके खिलाफ वह खुद मुकदमा दर्ज करा दिया। लेकिन जिनकी बर्खास्तगी पहले हो गई, उनके खिलाफ विभाग ने मुकदमा ही दर्ज नहीं कराया था। जब जिलाधिकारी ने सख्ती दिखाई तो शिक्षा विभाग ने हाल ही में 36 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
- पुलिस की विवेचना भी चल रही कछुआ चाल
एसटीएफ या बेसिक शिक्षा विभाग फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा तो दिया है, लेकिन पुलिस की विवेचना भी कछुआ चाल चल रही है। जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, उसको पुलिस केवल आरोपित बनाने में जुटी है। वह किस मुन्ना भाई गिरोह से जुड़ा है, यह पता करने का प्रयास पुलिस नहीं कर रही है। इससे गिरोह के सरगनाओं पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के अलावा रिकवरी के लिए नोटिस भेजा गया है। हर हाल में फर्जी शिक्षकों से वेतन के मद में लिए गए सरकारी रुपये की वसूली की जाएगी। संतोष कुमार राय
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
देवरिया