बिना भेदभाव के गावों का विकास करें ग्राम प्रधान

गांधी सभागार में ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षण दिया गया

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 12:10 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 12:10 AM (IST)
बिना भेदभाव के गावों का विकास करें ग्राम प्रधान
बिना भेदभाव के गावों का विकास करें ग्राम प्रधान

जागरण संवाददाता, भलुअनी: भलुअनी ब्लाक के गांधी सभागार में ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रधानों को अंगद तिवारी तथा दिनेश कुमार मौर्य ने प्रशिक्षण प्रमाणपत्र प्रदान किया।

द्वितीय प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए खंड विकास अधिकारी आलोकदत्त उपाध्याय ने कहा कि ग्राम प्रधान अपने गांव को माडल ग्राम बनाने की दिशा में बिना भेदभाव के कार्य करें। सरकार का सबका साथ, सबका विश्वास और सबका विकास जमीनी तौर पर परिलक्षित हो सके। उन्होंने कहा कि धन का भुगतान बहुत संवेदनशील बिदु है। काफी सतर्क होकर कार्य योजना, एस्टीमेट व कार्य पूर्ति बिल वाउचर के बावत संतुष्ट होने के बाद डोंगल का प्रयोग करें। एडीओ पंचायत दिनेश सिंह मौर्य ने बताया कि टेंडर के अनुसार सबसे सस्ता व गुणवत्ता वाले फर्म को ही भुगतान स्वीकृत होना चाहिए। एक ही फर्म से अधिकतर प्रधान खरीद व सेवा लेते हैं। यह अनियमितता है। प्रशिक्षक डा.लवकुश विश्वकर्मा ने कहा कि प्रधान अधिकार का आकलन करें तथा सीमा उल्लंघन करने की स्थिति से बचें। ग्राम पंचायत विकास योजना के पांच चरणों की विस्तार से जानकारी दी । प्रशिक्षक अजीत तिवारी ने राज्य वित्त के बजट से गलियों, नालियों की मरम्मत, निर्माण, शौचालयों का निर्माण व रखरखाव एवं प्रधान का मानदेय जैसे व्यय किये जा सकते हैं। कार्यक्रम में सरोज लता मिश्र ने बाल विकास कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला आयकर अधिवक्ता अजीत सिंह ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों की जानकारी दी। द्वितीय दिवस की कार्यशाला में सात न्याय पंचायतों के 42 ग्राम प्रधान प्रशिक्षित किए गए। इस दौरान अंगद तिवारी, संजय कुमार सिंह, अजय सिंह, प्रियंका गुप्ता, अजीत पटेल, सविता यादव, सावित्री सिंह, रमावती देवी, नम्रता सिंह, जितेंद्र सागर, दिनेश यादव मौजूद रहे।

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