एंटी करप्शन कोर्ट गोरखपुर को ट्रांसफर हुआ मुकदमा
अनुदानित विद्यालयों में फर्जीवाड़ा कर शिक्षकों की नियुक्ति का मामला
जागरण संवाददाता, देवरिया : जिले के दो अनुदानित विद्यालयों में हुए फर्जीवाड़े की जांच कर रही एसआइटी का आरोपितों पर शिकंजा कसता जा रहा है। शुक्रवार को मुकदमा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत से एंटी करप्शन कोर्ट गोरखपुर के लिए ट्रांसफर हो गया। अब मामले की सुनवाई एंटी करप्शन न्यायालय गोरखपुर में होगी। मुकदमा ट्रांसफर होते ही मुकदमे से जुड़े आरोपितों में बेचैनी बढ़ गई है। एसटीएफ ने लघु माध्यमिक विद्यालय मदरसन व सहदेव पूर्व माध्यमिक विद्यालय में फर्जी अनुमोदन पत्र के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति व भुगतान का 10 जुलाई को पर्दाफाश किया। पांच आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं। मामले की विवेचना कर रहे सीओ सिटी श्रीयश त्रिपाठी ने आरोपितों के खिलाफ एंटी करप्शन की धारा बढ़ा दी है। शुक्रवार को उन्होंने पूरी पत्रावली मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूर्यकांतधर द्विवेदी की अदालत में पेश किया, जहां एंटी करप्शन की धारा बढ़ने के बाद मजिस्ट्रेट ने मुकदमे को गोरखपुर एंटी करप्शन कोर्ट के लिए स्थानांतरित कर दिया। विवेचना में अन्य आरोपितों के नाम भी बढ़ाने की कवायद शुरू हो गई है। फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। सीओ सिटी ने कहा कि मुकदमा स्थानांतरित हो गया है। विवेचना जारी है। फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। एंटी करप्शन एक्ट की धारा बढ़ने के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने ट्रांसफर किया मुकदमा
-दोपहर को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पहुंचे सीओ सिटी, मिली जानकारी दो पक्षों में मारपीट, तीन हिरासत में
रामपुर कारखाना: थाना क्षेत्र के विशुनपुर चिरकिहवा में शुक्रवार को भूमि विवाद में दो पक्षों में मारपीट हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर शांति भंग में चालान कर दिया। जिसमें अनुहसन, आशिक शेख व आरिफ शेख शामिल हैं।