ब्राह्माण समाज के साथ पहले से बहुजन समाज पार्टी
भाजपा व सपा शासनकाल में कानून का राज नहीं उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ीं एससी एसटी कानून को लेकर आंदोलन का असर सरकार को संसद में लाना पड़ा बिल
देवरिया: विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी जमीन तलाशने की कवायद तेज हो गई है। सभी वर्गों को साधने की कोशिश की जा रही है। इन सभी मुद्दों को लेकर बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष नीतीश कुमार से दैनिक जागरण के संवाददाता ने बातचीत की। प्रस्तुत है बातचीत के मुख्य अंश।
सवाल: बहुजन समाज पार्टी विधानसभा चुनाव में ब्राह्माणों को लुभाने की कोशिश कर रही है, उनकी अचानक क्यों याद आई?
जवाब : देखिए, बहुजन समाज पार्टी हमेशा से सभी समाज को साथ लेकर चलने का काम करती रही है। बसपा की पहली सरकार में भी ब्राह्माण समाज को सम्मान दिया गया था। बसपा सरकार में ब्राह्माण समाज के 15 से 20 लोगों को कैबिनेट मंत्री और राज्यमंत्री बनाया गया था। हम ब्राह्मणों को लुभाने की बात कहां करते हैं, हम तो दशकों पहले से ब्राह्माण समाज के साथ हैं। सतीश चंद्र मिश्र राष्ट्रीय महासचिव हैं। सपा-भाजपा देखे, उनके राज में इस समाज के साथ क्या बर्ताव किया गया।
सवाल: पांच वर्ष के भीतर जनहित के मुद्दों पर सड़क पर कितने आंदोलन किए।
जवाब: जहां तक जनहित के मुद्दे की बात है, एससी एसटी कानून से छेड़छाड़ किया गया था। इसको लेकर दो अप्रैल 2019 में पार्टी अध्यक्ष मायावती के निर्देश पर देशव्यापी आंदोलन चलाया गया था। नतीजा रहा कि भारत सरकार को संसद में बिल लाना पड़ा। कानून को लागू करना पड़ा। यह हमारी बड़ी जीत है।
सवाल: स्थानीय समस्या पर पार्टी कभी आवाज उठाने के लिए सड़क पर उतरी?
जवाब: स्थानीय स्तर पर जिले में कोई अत्याचार या बड़ा मामला पांच साल के भीतर नहीं हुआ, इसलिए पार्टी को सड़क पर नहीं उतरना पड़ा। इतना जरूर है कि कुछ जगहों पर दलितों के साथ अत्याचार हुआ। तब पार्टी दलितों के साथ खड़ी रही।
सवाल : विधानसभा चुनाव में किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे?
जवाब: प्रदेश में महंगाई से जनता परेशान है। बेरोजगारी की समस्या बढ़ी है, हर वर्ग परेशान है। दलितों को जो हक मिलना चाहिए वह नहीं मिला। भाजपा ने चुनाव के दौरान जो वादा किया था, वह पूरा नहीं किया। इन सभी मुद्दों को लेकर जनता के बीच में जाएंगे।
सवाल: बसपा के शासनकाल में कई घोटालों का आरोप लगा, इस पर क्या कहेंगे?
जवाब: जिन लोगों पर घोटाले का आरोप लगा वे बसपा में नहीं हैं। बसपा ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।
सवाल: बसपा के साथ जनता क्यों हो चुनाव में?
जवाब: जनता सबकुछ समझ चुकी है। उसने बसपा शासनकाल और सपा एवं भाजपा को भी देखा है। हमारी परियोजनाओं को बंद कर दिया गया। सपा ने उस पर अपना नाम दे दिया वही काम अब भाजपा कर रही है।
सवाल: बसपा का काडर वोट क्यों खिसक रहा है?
जवाब: बहुजन समाज पार्टी का काडर वोट नहीं खिसक रहा है। पार्टी के साथ चट्टान की तरह खड़ा है। बल्कि अन्य वर्गों का जुड़ाव हमसे बढ़ा है। सभी समाज के लोग मायावती को आशा भरी निगाह से देख रहे हैं।