सीआइबी ने ई-टिकट धंधेबाज को किया गिरफ्तार

सीआइबी (क्राइम इंटेलिजेंस ब्रांच) भटनी के प्रभारी दिलीप सिह ने टीम के साथ दोपहर को सलेमपुर के सोहनाग रोड स्थित नेट प्ले साइबर कैफे पर छापेमारी की। टीम के छापेमारी करते ही संचालक भागने लगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 12:16 AM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 12:16 AM (IST)
सीआइबी ने ई-टिकट धंधेबाज को किया गिरफ्तार
सीआइबी ने ई-टिकट धंधेबाज को किया गिरफ्तार

देवरिया: सलेमपुर उपनगर के सोहनाग रोड स्थित एक साइबर कैफे पर छापेमारी कर सीआइबी भटनी ने ई-टिकट धंधेबाज को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से बड़ी मात्रा में ई-टिकट बरामद किया गया है। इस मामले में आरपीएफ ने भटनी में मुकदमा दर्ज किया है।

सीआइबी (क्राइम इंटेलिजेंस ब्रांच) भटनी के प्रभारी दिलीप सिह ने टीम के साथ दोपहर को सलेमपुर के सोहनाग रोड स्थित नेट प्ले साइबर कैफे पर छापेमारी की। टीम के छापेमारी करते ही संचालक भागने लगा। टीम ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम रविशंकर शर्मा पुत्र केदार प्रसाद निवासी सलाहाबाद, सलेमपुर बताया। जब टीम ने जांच किया तो पता चला कि वह आइआरसीटीसी के 32 व्यक्तिगत आइडी से ई-टिकट बना रहा है। उसके पास से आगे की तिथि के 20, पीछे के तिथि के सामान्य टिकट 31, पीछे की तिथि का तत्काल टिकट 30 बरामद किया गया। जिसकी कीमत 97 हजार रुपये बताई गई। टीम ने कंप्यूटर सिस्टम, मोबाइल व अन्य उपकरण को अपने कब्जे में ले लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह प्रतिबंधित साफ्टवेयर के जरिये भी तत्काल ई-टिकट बनाने का काम करता रहा है। इसका नेटवर्क देवरिया के अलावा दिल्ली, मुंबई तक फैला हुआ है। यह टिकट पीडीएफ बनाकर भेजता था और बाहर से पेटीएम व अन्य आनलाइन तरीके से उसके खाते में आता था।

बच्चों के घर जाकर सीबीआइ दर्ज कर रही बयान

देवरिया: जनपद के चर्चित बाल गृह कांड की जांच कर रही सीबीआइ ने विवेचना तेज कर दी है। रविवार को सीबीआइ टीम ने बच्चों के घर जाकर उनका बयान दर्ज किया। घंटों बयान लेने के बाद टीम देर शाम अपने कैंप कार्यालय सिचाई विभाग के डाक बंगले में लौट आई।

चर्चित कांड की जांच 20 अगस्त 2019 से सीबीआइ लखनऊ के इंस्पेक्टर विवेक श्रीवास्तव कर रहे हैं। तीन दिनों से सीबीआइ के विवेचक समेत दो अफसर जिले में डेरा डाल दिए हैं। इस बार सीबीआइ ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए किसी को भी बयान दर्ज करने के लिए बुला नहीं रही है, बल्कि उनके दरवाजे पर पहुंच कर बयान दर्ज कर रही है। रविवार को टीम सदर ब्लाक के एक गांव व दो अन्य गांवों में भी पहंची और तीन बच्चों का ब्यान दर्ज किया है, यह वह बच्चे हैं, जो घटना के पर्दाफाश के पहले बाल गृह में रखे गए थे। सीबीआइ की यह टीम 15 अप्रैल तक जिले में रहेगी। यह है मामला

रेलवे स्टेशन रोड स्थित मां विध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण संस्थान की तरफ से संचालिक बाल गृह बालिका के मामले का पर्दाफाश पांच अगस्त 2018 को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय ने किया था। एसआइटी ने मामले की जांच कर चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दिया। बाद में अगस्त 2019 को इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी गई।

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