समस्याओं को लेकर डीएम से मिले भाजपा कार्यकर्ता

जिलाध्यक्ष व भाजपा नेताओं ने कहा कि जनपद के सातों विधानसभाओं में किसी न किसी एक सीएचसी पर विशेष चिकित्सकों के मदद से पोस्ट कोविड केयर का कार्यक्रम एक निश्चित समय के लिए चलाया जाय।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 01:58 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 01:58 AM (IST)
समस्याओं को लेकर डीएम से मिले भाजपा कार्यकर्ता
समस्याओं को लेकर डीएम से मिले भाजपा कार्यकर्ता

देवरिया: विभिन्न समस्याओं को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष अन्तर्यामी सिंह भाजपा नेताओं के साथ मंगलवार को डीएम से मिले। उन्होंने देवरिया के विभिन्न मुद्दों पर डीएम का ध्यान आकृष्ट कराया। डीएम आशुतोष निरंजन ने समस्याओं के समाधान का भरोसा दिया।

जिलाध्यक्ष व भाजपा नेताओं ने कहा कि जनपद के सातों विधानसभाओं में किसी न किसी एक सीएचसी पर विशेष चिकित्सकों के मदद से पोस्ट कोविड केयर का कार्यक्रम एक निश्चित समय के लिए चलाया जाय। कोरोना से ठीक हो चुके लोगों में स्वास्थ्य में कई दिक्कतें सामने आ रही हैं। इसको देखते हुए पोस्ट कोविड केयर विशेष चिकित्सकों की मदद से सीएचसी पर चलना चाहिए। कोविड वैक्सीनेशन को गति देने के लिए जनपद में कार्यरत सामाजिक व राजनीतिक संगठनों की जिला स्तरीय, एवं तहसील स्तरीय बैठक स्थानीय प्रशासन द्वारा कराया जाए, जिससे आम लोगों में जागरूकता पैदा हो सके।

भाजपा नेताओं ने कहा कि सरकार के रसोई गैस और विद्युत वितरण के क्षेत्र में प्रयासों से जनपद में सब्सिडाइज्ड मिट्टी के तेल की मांग समाप्त हो गई। जिसके कारण इसकी आपूर्ति भी बंद कर दी गई, जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में फ्री सेल मिट्टी के तेल का वितरण कराने का प्रयास किया जाए। जनपद मुख्यालय के केन्द्रीय विद्यालय का भवन निर्माण न्यायालय में भूमि का विवाद होने के कारण नहीं बन पा रहा है, इस समस्या के समाधान के लिए जिला प्रशासन सार्थक पहल करे। बीआरडीपीजी कालेज देवरिया कृषि विश्वविद्यालय बने इसके लिए भाजपा सतत प्रयत्नशील है, परंतु इसमें सबसे बड़ी बाधा कालेज के पास कृषि भूमि की अनुपलब्धता है। इस दिशा में जिला प्रशासन ठोस प्रयास करके जनपद में कृषि शोध फार्म हेतु आवश्यक भूमिका चिन्हित कर शासन को जानकारी दे। दो वर्ष पूर्व देवरिया गोरखपुर मार्ग पर स्थित है कोआपरेटिव बैंक के सामने नगर पालिका की एक दर्जन दुकानें चौड़ीकरण के नाम पर ध्वस्त कर दी गई थी। भाजपा देवरिया ने उस समय तत्कालीन जिला प्रशासन से बात कर उनके पुनर्वास की मांग उठाया।

जिलाध्यक्ष ने कहा कि जनपद में उत्तर प्रदेश शासन के मंसा अनुरूप किसान हितैषी रवैया के कारण, जनपद में पिछले एक दशक की तुलना में सर्वाधिक गेहूं की खरीद इस वर्ष हुई है। किसान हित में शासन ने गेहूं खरीद की सीमा 20 जून तक बढ़ा दिया है। उन क्रय केंद्रों को चिह्नित किया जाए जहां गेहूं खरीद कम है वहां के किसानों से तत्काल अगले छह दिनों में गेहूं खरीद का विशेष अभियान चलाया जाए।

इस दौरान जिला महामंत्री श्रीनिवास मणि त्रिपाठी, प्रमोद शाही, जिला उपाध्यक्ष अजय कुमार दुबे, अजय शाही, जिला मंत्री हेमंत कुमार मिश्रा, रामाज्ञा चौहान, अरविद पांडेय, सत्येंद्र मणि त्रिपाठी, तेज बहादुर पाल, पवन मिश्रा उपस्थित रहे।

chat bot
आपका साथी