हंगामे की बीच 15887 लोगों को लगा कोरोनारोधी टीका

देवरिया जिले में कोरोनारोधी टीका लगवाने की मंशा लेकर टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचे लो

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 11:23 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 11:23 PM (IST)
हंगामे की बीच 15887 लोगों को लगा कोरोनारोधी टीका
हंगामे की बीच 15887 लोगों को लगा कोरोनारोधी टीका

देवरिया: जिले में कोरोनारोधी टीका लगवाने की मंशा लेकर टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचे लोगों को निराशा हाथ लग रही है। घंटों लाइन लगाने के बाद लोग घर लौट रहे हैं। कई जगहों पर युवाओं ने हंगामा किया। जिला अस्पताल में कई बार मारपीट की नौबत आई। पुलिस ने स्थिति को संभाला।

ग्रामीण क्षेत्रों में सीमित मात्रा में टीके की डोज भेजी जा रही है। जिससे परेशानी हो रही है। ऐसे में लोगों का गुस्सा करना लाजिमी है। 93 केंद्रों पर 15800 लोगों को कोरोनारोधी टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था। जिसमें 15887 लोगों को कोरोनारोधी टीका लगाया गया।

जिला अस्पताल में विदेश जाने वाले लोगों का अलग से काउंटर बनाया गया है। यहां विदेश जाने वालों को टीका लगवाने में सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है। एक फ्रंटलाइन वर्कर को कोरोनारोधी टीका लगाया गया। 18 वर्ष से 45 वर्ष तक 9336 लोगों को प्रथम डोज व 511 को द्वितीय डोज दिया गया। 45 से 60 वर्ष के लोगों में 2363 को प्रथम व 1420 को द्वितीय डोज दिया गया। 60 वर्ष से उपर 988 को प्रथम व 1168 को द्वितीय डोज दिया गया। सलेमपुर सीएचसी पर चार सौ लोग बिना टीका लगवाए वापस लौट गए। पूरे दिन हंगामा होता रहा। खुखुंदू संवाददाता के अनुसार, टीकाकरण के लिए काफी समय से लाइन में खड़ी महिला गर्मी के कारण परेशान थी। वैक्सीन लगने के बाद उसे चक्कर आ गया। डाक्टर ने उसे बेड पर लिटाया। कुछ देर आराम करने के बाद दवा देकर घर भेज दिया गया। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. पीयुष सिंह ने कहा कि महिला स्वस्थ है। गर्मी के कारण उसे दिक्कत हुई थी। अब वह पूरी तरह ठीक है।

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बिजली नहीं होने से नहीं हो सका आरटीपीसीआर जांच

देवरिया: मेडिकल कालेज से संबद्ध जिला अस्पताल के आरटीपीसीआर केंद्र में बिजली नहीं होने से जांच का कार्य ठप रहा। यहां जेनरेटर का कनेक्शन नहीं जोड़ा गया है। ऐसे में पूरे दिन कर्मचारी जेनरेटर से कनेक्शन देने के लिए प्रधानाचार्य कक्ष का चक्कर लगाते रहे लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यहां 400 सैंपल जांच के लिए रखा गया था, जिसमें एक की भी जांच नहीं हो सकी।

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