श्रीतिरुपति बालाजी मंदिर में धूमधाम से मनाया गया अन्नकूट महोत्सव

संस्कृत के छात्रों ने मंत्रोच्चार के बीच भव्य स्वागत किया। उन्होंने भगवान शिव का सभी छात्रों के साथ पूजन-वंदन किया। उसके बाद संयोजक आचार्य दुर्गेश पांडेय के नेतृत्व में मौजूद शिक्षकों व छात्रों ने बारी-बारी से स्वागत किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Nov 2021 11:19 PM (IST) Updated:Sat, 06 Nov 2021 11:19 PM (IST)
श्रीतिरुपति बालाजी मंदिर में धूमधाम से मनाया गया अन्नकूट महोत्सव
श्रीतिरुपति बालाजी मंदिर में धूमधाम से मनाया गया अन्नकूट महोत्सव

देवरिया: शहर के कसया रोड स्थित श्रीतिरुपति बालाजी मंदिर में शुक्रवार को श्रीगोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। पूजन अर्चन के बाद लंगर में सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। पूरा माहौल भक्तिमय हो गया।

श्रीतिरुपति बालाजी भगवान एवं श्रीपद्मावती लक्ष्मीजी का दूध से अभिषेक, नित्याराधन, मंत्रपुष्प, नित्य सवारी के बाद शात्तुमोरा तथा गोष्ठी प्रसाद वितरण हुआ। जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी राजनारायणचार्य ने कहा कि सनातन हिदुओं के पर्व दीपावली के बाद अन्नकूट बहुत बड़े पर्व के रूप में मनाने की परंपरा विगत साढ़े पांच हजार वर्षों से चली आ रही है। इस आर्ष परंपरा का निर्वहन करते हुए यह पर्व मनाया जा रहा है। मंदिर में पहुंचे देवरिया सदर विधायक डा. सत्य प्रकाश मणि त्रिपाठी ने श्रीगोवर्धन पूजा किया। संतों ने विविध प्रकार का व्यंजन बनाकर श्रीवेंकटेश भगवान तिरुपति बालाजी को भोग लगाया। पवित्र भात से पर्वत की अनुकृति बनाकर पूजा की गई। हजारों साधु-संत मंदिर में पहुंचे थे उन्हें कंबल वस्त्र आदि वितरित किया गया।

हजारों की संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।

शहर के गणमान्य लोगों में एसपी डा. श्रीपति मिश्र, सीडीओ रविद्र कुमार, एडीएम प्रशासन कुंवर पंकज, एसडीएम सौरभ सिंह, डा.श्रीप्रकाश मिश्र, भाजपा नेता मुक्तिनाथ त्रिपाठी, अशोक कुमार अग्रवाल, डा. अभय द्विवेदी, श्रीगोरखनाथ मंदिर के राजपुरोहित पं. रामानुज त्रिपाठी, प्रवीण शास्त्री, पीठाधीश्वर उद्धव प्रपन्नाचार्य जीयर स्वामी बिहार, स्वामी हरिप्रपन्नाचार्य बिहार आदि मौजूद रहे।

देववाणी है संस्कृत, इसकी मजबूती के लिए करें कार्य

श्रीलालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के कुलपति प्रोफेसर डा.मुरली मनोहर पाठक ने कहा कि संस्कृत देव वाणी है। इसकी मजबूती के लिए कार्य करें। उन्होंने संस्कृत भाषा के विकास के लिए किए जा प्रयासों की सराहना की। वह शुक्रवार को वैदिक श्री मनोहर जोशी गुरुजी वेद स्वाध्याय केंद्र चकसराय बदलदास बदली सोनूघाट में आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित कर रहे थे।

संस्कृत के छात्रों ने मंत्रोच्चार के बीच भव्य स्वागत किया। उन्होंने भगवान शिव का सभी छात्रों के साथ पूजन-वंदन किया। उसके बाद संयोजक आचार्य दुर्गेश पांडेय के नेतृत्व में मौजूद शिक्षकों व छात्रों ने बारी-बारी से स्वागत किया। कुलपति ने विद्यालय का निरीक्षण कर छात्रों से वार्ता की। कहा कोई भी समस्या हो तो मुझे याद करें। आपकी जितनी मदद हो सकेगी करूंगा। उन्होंने पठन-पाठन पर संतोष जताया और केंद्र को और बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए कहा। शिक्षकों से कहा कि छात्र कच्ची मिट्टी के समान हैं। उसे ढालने की जिम्मेदारी आपके कंधे पर है। अपनी जिम्मेदारी को समझें और पूरी लगन निष्ठा के साथ कार्य करते हुए बच्चों को पढ़ाएं। यहां से वह छात्रों के साथ अहिल्यापुर मां दुर्गा के मंदिर गए। वहां पर सभी ने मां दुर्गा का पूजन-अर्चन किया।

गुरुकुल के सहसचिव नारायण त्रिपाठी, रामानुज पांडेय, डा. हनुमान मिश्र, दीपक मिश्र, दुर्गेश पांडेय, त्रयंबक नाथ तिवारी, गौतम कुमार पांडेय, अभिषेक पांडेय, बैजनाथ मिश्र, आयुष पांडेय, विशाल तिवारी आदि मौजूद रहे।

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