नाराज अधिवक्ताओं ने भरी हुंकार, दिया धरना

दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता विष्णु जायसवाल की पिटाई मामले को लेकर शुक्रवार को दूसरे दिन भी माहौल गरम रहा। दीवानी न्यायालयों में न्यायिक कार्य ठप रहा। अधिवक्ताओं ने पहले दीवानी न्यायालय गेट और उसके बाद कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचकर डीएम कार्यालय गेट पर नारेबाजी करते हुए धरना दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 10:05 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 10:05 PM (IST)
नाराज अधिवक्ताओं ने भरी हुंकार, दिया धरना
नाराज अधिवक्ताओं ने भरी हुंकार, दिया धरना

देवरिया: दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता विष्णु जायसवाल की पिटाई मामले को लेकर शुक्रवार को दूसरे दिन भी माहौल गरम रहा। दीवानी न्यायालयों में न्यायिक कार्य ठप रहा। अधिवक्ताओं ने पहले दीवानी न्यायालय गेट और उसके बाद कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचकर डीएम कार्यालय गेट पर नारेबाजी करते हुए धरना दिया। डीएम से वार्ता के बाद भी बात नहीं बनी।

डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरी के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने बैठक कर न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया। हड़ताल के कारण न्यायिक कार्य नहीं हो सका। अनहोनी की आशंका से पुलिसकर्मियों ने भी न्यायालय परिसर में प्रवेश नहीं किया। दीवानी न्यायालय गेट पर पीड़ित अधिवक्ता विष्णु कुमार जायसवाल अनशन पर बैठ गए। उनके समर्थन में अधिवक्ता नारेबाजी करने लगे। जनपद न्यायाधीश की गाड़ी को अधिवक्ताओं ने अंदर जाने दिया। इसके बाद अधिवक्ता नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंच गए और डीएम कार्यालय गेट पर धरने पर बैठ गए। सीओ नगर श्रीयश त्रिपाठी ने अधिवक्ताओं से बात की। उसके बाद जिलाधिकारी से वार्ता कराई। जिलाधिकारी ने कहा कि मामले में अधिवक्ता का कथन साक्ष्य से साबित नहीं हो रहा है। घटना के समय उनके मोबाइल का लोकेशन घर पर मिल रहा है। कोतवाली में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी वह नहीं दिख रहे है। ऐसे में बिना सत्यता की जांच किए प्राथमिकी दर्ज करना ठीक नहीं है। डीएम की बातों से असंतुष्ट अधिवक्ता नारेबाजी करते वापस चले गए। अधिवक्ताओं ने डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरि को पत्र देकर आम सभा की बैठक बुलाने की मांग की। आम सभा की सहमति से ही अधिवक्ता आगे की रणनीति तय करेंगे। सीओ सदर श्रीयश त्रिपाठी ने बताया कि अधिवक्ताओं से डीएम की वार्ता हुई है। अबतक की जांच में जो तथ्य सामने आए हैं। डीएम ने उससे अधिवक्ताओं को अवगत कराया है।

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