एएचटीयू थाना, सिर्फ दिखावा

जागरण संवाददाता देवरिया मानव तस्करी रोकने के लिए एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिग यूनिट (एएचटीयू)

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 11:42 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 11:42 PM (IST)
एएचटीयू थाना, सिर्फ दिखावा
एएचटीयू थाना, सिर्फ दिखावा

जागरण संवाददाता, देवरिया: मानव तस्करी रोकने के लिए एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिग यूनिट (एएचटीयू) थाना तो खुल गया है, लेकिन 20 दिनों से न थाने पर एक भी मामला देखा गया और न ही थानेदार के अलावा किसी पुलिसकर्मी की तैनाती हो सकी।

महिला थाना के बगल में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिग यूनिट खोलने के साथ ही एसओजी प्रभारी घनश्याम सिंह को थानाध्यक्ष का प्रभार दिया गया। थानाध्यक्ष की तैनाती तो हो गई, लेकिन कंप्यूटर आपरेटर, मुंशी व अन्य पुलिस कर्मियों की तैनाती नहीं हो सकी है। ऐसे में यहां के थानाध्यक्ष एसओजी का ही कार्य देखने में दिन भर व्यस्त रहते हैं। अभी तक थाने में एक भी मामला नहीं देखा गया है। ---

यह है इस थाने का कार्य एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिग यूनिट का मुख्य उद्देश्य बंधुआ मजदूर, देह व्यापार और बाल श्रम पर अंकुश लगाना है। ईंट भट्ठा व दुकानों पर काम करने वाले नाबालिगों पर इनको विशेष ध्यान देना है। लेकिन अभी तक इस यूनिट की तरफ से एक भी मामले नहीं देखे गए हैं। थानाध्यक्ष घनश्याम सिंह का कहना है कि अभी पुलिस कर्मियों की तैनाती नहीं हो सकी है। जिसके चलते अभी इस पर काम नहीं हो पा रहा है। जल्द ही पुलिस कर्मियों की तैनाती होने के बाद थाना पूर्ण रूप से काम करने लगेगा।

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यहां तो सड़क पर चलती है तीन पुलिस चौकी

जागरण संवाददाता, देवरिया:

जिले में तीन ऐसी पुलिस चौकी हैं, जो सड़क पर चलती है। यह गरुलपार, सिविल लाइन व भुजौली में है। यहां चौकी प्रभारी के साथ ही सिपाहियों की तैनाती है, लेकिन इन तीनों पुलिस चौकी के लिए भवन है और न ही कोई स्थायी ठिकाना।

चौकी प्रभारी व सिपाही केवल मोबाइल पर ही मिल सकते हैं, या फिर उनसे मिलने के लिए आपको कोतवाली तक दौड़ लगानी पड़ेगी। सर्वाधिक दिक्कत लोगों को तब होती है, जब कोई पासपोर्ट या अन्य कागजात की उन्हें जांच करानी होती है। लोग चौकी प्रभारी को खोजने के लिए घंटों परेशान रहते हैं।

पुलिस विभाग के कागज में तो महिला पुलिस चौकी लेकर 27 पुलिस चौकी है और सभी पर चौकी इंचार्ज की तैनाती भी है, लेकिन इसमें मात्र लार थाने की खरवनिया पुलिस चौकी, सलेमपुर में हाल ही में खुली महिला पुलिस चौकी व मझौलीराज पुलिस चौकी स्थायी है, जबकि अन्य पुलिस अस्थायी है। इन पुलिस चौकियों को स्थायी करने के लिए पुलिस अधीक्षक ने अपनी रिपोर्ट भेजी है।

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पुलिस चौकियों को स्थायी करने के लिए मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी गई है, जल्द ही इनके स्थायी होने की संभावना है। कुछ नई पुलिस चौकी भी स्थापित करने के लिए प्रयास चल रहा है।

डा.श्रीपति मिश्र, एसपी

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