गेहूं खरीदने में हीलाहवाली कर रहीं एजेंसियां
जागरण संवाददाता देवरिया जिले में किसानों का गेहूं खरीदने में केंद्र प्रभारी मनमानी कर रह
जागरण संवाददाता, देवरिया: जिले में किसानों का गेहूं खरीदने में केंद्र प्रभारी मनमानी कर रहे हैं। गाढ़ी कमाई बेचने के लिए किसान क्रय केंद्रों का चक्कर लगा रहे हैं। किसानों का आरोप है कि कमीशन के खेल में क्रय केंद्र प्रभारी बिचौलियों के माध्यम से गेहूं खरीद रहे हैं। शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। किसानों ने जांच कर कार्रवाई की मांग की।
जिले में कुल 141 में 135 क्रय केंद्रों पर ही गेहूं की खरीद हो रही है। खाद्य विभाग के 22, पीसीयू के 32, भारतीय खाद्य निगम के एक, मंडी समिति (एफपीओ) के दो केंद्रों पर खरीद हो रही है। जबकि पीसीएफ के 66 में 62, यूपीएसएस के 18 में 16 केंद्रों ही खरीद की जा रही है। सलेमपुर क्षेत्र के
घुसरी मिश्र निवासी सर्वदेव प्रसाद का कहना है कि परसिया भगौती स्थित क्रय केंद्र पर दस दिन से दौड़ लगा रहा हूं, लेकिन गेहूं नहीं खरीदा जा रहा है। केंद्र प्रभारी बोरा न होने की बात कह रहे हैं। भटनी क्षेत्र के किसान शिवबक्स मिश्र का कहना है कि रजिस्ट्रेशन के बाद तहसील से सत्यापन हो चुका है। सभी कागजात हाट शाखा भटनी पर जमा कर दिया गया है। एक सप्ताह से चक्कर लगा रहा हूं लेकिन एसएमआइ का पता नहीं है। हाट शाखा पर बाहरी लोग जमे रहते हैं। जो किसानों से ठीक से बात नहीं करते। यहां बिचौलियों के माध्यम से खरीद हो रही है। लार क्षेत्र के नदौली गांव निवासी अजय तिवारी ने आरोप लगाया कि करीब 25 दिन से गेहूं बेचने के लिए चक्कर लगा रहा हूं। गेहूं खरीद न होने पर एआर कोआपरेटिव से शिकायत भी की। उन्होंने दो दिन में खरीद का आश्वासन दिया, लेकिन प्रभारी खरीद में हीलाहवाली कर रहे हैं।
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किसानों का 27.30 करोड़ रुपये अभी बकाया
जिले में अबतक जिले में 7754 किसानों से 44260.084 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। जिसका कुल मूल्य करीब 87.41 करोड़ है, जिसमें 60.11 करोड़ रुपये भुगतान हो चुका है। 27.30 करोड़ रुपये अभी बकाया है।
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क्रय एजेंसी का नाम-खरीद करने वाले केंद्रों की संख्या-खरीद मीट्रिक टन में
खाद्य विभाग-22-5496.550
पीसीएफ-62-17793.476
यूपीएसएस-16-3201.328
पीसीयू-32-17367.427
मंडी समिति एफपीओ-2-266.353
भारतीय खाद्य निगम-134.950
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कुल योग--135-44260.084 मीट्रिक टन
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-किसानों से गेहूं खरीद की जा रही है, जो भी शिकायत प्राप्त हो रही हैं जांच कर कार्रवाई की जा रही है।
उमेश कुमार मंगला
एडीएम वित्त एवं राजस्व