घायल की मौत के बाद थाने में शव रखकर हंगामा

मदनपुर देवरिया : इलाके के नेतवार गांव में शनिवार के दिन मारपीट में घायल शुभ नारायण पां

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Jun 2018 10:31 PM (IST) Updated:Tue, 26 Jun 2018 10:31 PM (IST)
घायल की मौत के बाद थाने में शव रखकर हंगामा
घायल की मौत के बाद थाने में शव रखकर हंगामा

मदनपुर देवरिया : इलाके के नेतवार गांव में शनिवार के दिन मारपीट में घायल शुभ नारायण पांडेय की उपचार के दौरान मौत हो गई। नाराज परिजनों ने मदनपुर थाने में शव रखकर हंगामा किया। बैकफुट पर आई पुलिस ने आनन-फानन में सात लोगों के खिलाफ हत्या और बलवा का मुकदमा दर्ज कर चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

इलाके के खुदिया निवासी रवि तिवारी की नेतवार में बैनामे की जमीन है। जिसे लेकर नेतवार निवासी शुभनारायन पांडेय से विवाद था। शनिवार को विवादित भूमि को लेकर दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गई, जिसमें शुभ नारायन को गंभीर चोटें आईं। उपचार के बाद जिला अस्पताल से उन्हें मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। उधर शुभ नारायन की पत्नी सुजाता देवी ने थाने में तहरीर दी तो पुलिस ने आरोपित रवि तिवारी समेत चार का शांतिभंग में चालान कर दिया। सोमवार को उपचार के दौरान शुभ नारायण की मेडिकल कालेज में मौत हो गई। पुलिस कार्रवाई से खफा घरवाले शव लेकर थाने पहुंचे और हंगामा करने लगे। थानेदार भीष्मपाल ने समझाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। पीड़ित पक्ष की नाराजगी देख पुलिस बैक फूट पर आ गई। आनन-फानन में शुभ नारायन के बेटे आकाश की तहरीर पर पुलिस ने ग्राम खुदिया निवासी रवि तिवारी, उनके बेटे समेत गांव के सात लोगों के खिलाफ हत्या व बलवा का मुकदमा दर्ज कर लिया। दबिश देकर पुलिस ने आरोपित रवि तिवारी, अर¨वद पुत्र गिरीश तिवारी, नितेश पुत्र सुबाष तिवारी व राणा ¨सह पुत्र अमला को गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष भीष्मपाल ¨सह यादव ने बताया कि मारपीट की घटना में दोनों तरफ से लोग घायल हुए थे। दोनों तरफ से एनसीआर दर्ज किया था। शुभ नारायण की मौत के बाद आरोपितों पर केस दर्ज किया गया है। बैनामा की भूमि के लिए चली गई शुभ नारायण की जान

सुधांशु प्रकाश पांडेय, मदनपुर, देवरिया : क्षेत्र के ग्राम नेतवार में बैनामे की जमीन को लेकर उपजा विवाद एक परिवार के लिए ¨जदगी भर का घाव दे गया, जिसमें परिवार के मुखिया शुभनारायन की जान चली गई, जबकि खरीदार हत्याभियुक्त बन सलाखों के पीछे पहुंच गए। हालांकि लंबे समय से चल रहे विवाद में पुलिस व राजस्व विभाग द्वारा सार्थक पहल नही करना भी घटना का एक पहलू रहा।

नेतवार निवासी विद्याधर पांडेय की मौत के बाद राजस्व अभिलेख में पैतृक भूमि उनके दो बेटों शुभनारायन, गिरिजेश व पत्नी दुर्गावती के नाम दर्ज हो गई। जिसे दोनों भाइयों द्वारा विक्रय के उपरांत 25 मई 2012 को नायब तहसीलदार के आदेश पर रुद्रपुर कोतवाली के ग्राम खजुहा निवासी प्रियंका पत्नी मनोज पांडेय के नाम दर्ज हुआ। प्रियंका ने भी 31 अगस्त 2015 को उक्त भूमि घटना में आरोपित ग्राम खुदिया बुजुर्ग के टोला खुदिया खुर्द निवासी रवि प्रताप तिवारी की पत्नी आशा देवी व उनके भाई की पत्नी अनिता को बेच दी, जिसमें तहसीलदार के 15 अप्रैल 2017 के आदेश द्वारा उक्त भूमि खरीदार के नाम राजस्व अभिलेख में दर्ज हो गई। जिसके बाद भूमि की जोताई को लेकर शुभनारायन व रवि तिवारी में विवाद की शुरुआत हुई। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि मामला कई बार थाने की दहलीज पर भी पहुंचा, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा पक्षपात किया गया, जिस वजह से मामला हल नहीं हो सका। लोगों की मानें तो पूरे मामले में मौके पर राजस्व अभिलेख में दर्ज भूमि का उपलब्ध नहीं होना विवाद की असली जड़ थी। मृतक की माली हालत ठीक नहीं थी, घर पर ही दुकान चला कर किसी तरह परिवार का भरण पोषण करता था। उसकी मौत से पत्नी सुजाता, पुत्र आकाश व पुत्री बुच्ची के सामने विषम परिस्थिति उत्पन्न हो गई है।

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