डाक्टर, बैंककर्मी, स्वास्थ्यकर्मी समेत 271 कोरोना पाजिटिव
जिले के कोविड अस्पताल के प्रभारी व एसीएमओ डा. संजय चंद ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच लोगों को बचाव के उपाय करने होंगे। इस दौरान शराब व जंक फूड का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि ये शरीर की रोग रोधी क्षमता को कमजोर करते हैं। सब्जियों के सूप तुलसी तेजपत्ता दालचीनी के काढ़े का इस्तेमाल करें।
देवरिया: जिले में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। शनिवार को हुई कोरोना जांच में 271 की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इसके साथ ही कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 8442 हो गई है। संक्रमितों के डाक्टर, बैंककर्मी, स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं। कोरोना से जिले में 103 मौतें हुई है। सक्रिय केस की संख्या 1525 पहुंच गई है। लगातार बढ़ रहे कोरोना के मरीज चिता का विषय बने हुए हैं। कोरोना की रफ्तार रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग अधिक से अधिक जांच करा रहा है। लोगों को जागरूक करने में जुटा है।
अभी तक 6814 लोग स्वस्थ हुए हैं। होम आइसोलेशन में 1212 संक्रमितों व कोविड अस्पताल में 65 संक्रमितों को भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है। सक्रिय केस की संख्या बढ़कर 1525 पहुंच गई है। सीएमओ डा. आलोक पांडेय ने कहा कि शनिवार को 271 लोगों की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई है।
बैंक कर्मचारी एलटी सहित 11 कोरोना पाजिटिव
उपनगर सहित ग्रामीण इलाकों के अलग-अलग गांवों में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शनिवार को आई जांच रिपोर्ट में यूनियन बैंक के एक कर्मचारी व सीएचसी के एलटी समेत 11 की जांच रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई है। जिससे अब तक कोरोना संक्रमण से प्रभावित लोगों की संख्या 79 हो गई है।
सब्जियों के सूप, काढ़ा का करें इस्तेमाल
जिले के कोविड अस्पताल के प्रभारी व एसीएमओ डा. संजय चंद ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच लोगों को बचाव के उपाय करने होंगे। इस दौरान शराब व जंक फूड का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये शरीर की रोग रोधी क्षमता को कमजोर करते हैं। सब्जियों के सूप, तुलसी, तेजपत्ता, दालचीनी के काढ़े का इस्तेमाल करें।
कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा ब्लडप्रेशर और शुगर के मरीजों को बचने की जरूरत है। जरूरी होने पर घर से निकलते समय शारीरिक दूरी और मास्क का इस्तेमाल करें।
शारीरिक रोगरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए हरी सब्जी, फल, ड्राईफ्रूट्स, काढ़ा का प्रयोग करें। अभी मौसम में बदलाव होने के कारण सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार होने की संभावना है। इस तरह की समस्या को कोरोना मान लेना सही नहीं है। अगर ऐसा है तो आरटीपीसीआर या एंटीजन टेस्ट जरूर कराएं।