मुख्य पशु चिकित्साधिकारी समेत 16 अफसरों को मिली चेतावनी

मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले विकास कार्यक्रमों का सही ब्योरा हर माह कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग के वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके आधार पर प्रदेश के सभी जिलों की रैंकिग हर माह तय की जाती है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 11:41 PM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 11:41 PM (IST)
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी समेत 16 अफसरों को मिली चेतावनी
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी समेत 16 अफसरों को मिली चेतावनी

जागरण संवाददाता, देवरिया: शासन की विकास प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों का सही ब्योरा वेबसाइट पर अपलोड नहीं करने से जिले की जनवरी की रैंकिग खिसक गई। देवरिया 72वें पायदान पर पहुंच गया। इस पर प्रभारी डीएम ने नाराजगी जाहिर की है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी समेत सोलह अफसरों को चेतावनी जारी की है। साथ ही दोबारा स्पष्टीकरण मांगा है। इस कार्रवाई से विभाग में खलबली मच गई है।

मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले विकास कार्यक्रमों का सही ब्योरा हर माह कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग के वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके आधार पर प्रदेश के सभी जिलों की रैंकिग हर माह तय की जाती है। जिले के अफसरों की लापरवाही से शासन की तरफ से तय प्रपत्र पर सही ब्योरा फीड न किए जाने से दिसंबर 2020 व जनवरी 2021 की रैंकिग खराब हुई है। जनवरी की रैंकिग 72वें पायदान पर खिसक गई। फरवरी में डीएम ने इसके लिए स्पष्टीकरण मांगा था। प्रभारी डीएम शिव शरणप्पा जीएन ने लापरवाही व उदासीनता के कारण रैंकिग खराब होने के लिए इन अफसरों को उत्तरदायी माना है। उन्होंने दोबारा स्पष्टीकरण मांगा है, जिसमें मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, बीएसए, जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी, दुग्ध विकास अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, सीएमओ, अधिशासी अभियंता सिचाई खंड, डीएसओ, डीडी कृषि, अधिशासी अभियंता विद्युत देवरिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, एआर सहकारिता शामिल हैं। प्रभारी डीएम ने बताया कि वेबसाइट पर सूचना अपलोड न करने पर अफसरों को चेतावनी जारी की गई है। उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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