खदान धसकने से किशोरी समेत तीन की गई जान, एक महिला घायल
पोताई के लिए छूही लेने सिरसावन गई थीं सभी, खोदते समय धंस गई खदान।
चित्रकूट, जेएनएन। चित्रकूट जिले की सीमा से सटे मध्यप्रदेश के सतना जिला अंतर्गत नया गांव थानाक्षेत्र के सिरसा वन में छूही (पोतने वाला चूना) की खदान धसकने से एक किशोरी समेत तीन की मौत हो गई, जबकि एक महिला घायल हो गई। उसे गंभीर हालत में नयागांव स्थित जानकी कुंड अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सीतापुर चित्रकूट निवासी गुलबिया (45) पत्नी लक्ष्मण, रामदुलारी (40) पत्नी बल्लू खटिक, गीता उर्फ मइकी (16) और कैरी (35) पत्नी हरि मोहन निवासी केवटरा नया गांव मध्यप्रदेश सतना जिला अंतर्गत सिरसा वन स्थित खदान पर मकान पोतने के लिए छूही लेने गईं थी। शनिवार दोपहर अचानक खदान छूही खोदते समय धंस गई। इससे चारों दब गईं। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी को बाहर निकाला गया लेकिन तब तक गुलबिया, राम दुलारी व गीता की सांसें उखड़ गईं। कैरी को गंभीर हालत में सतना के नया गांव स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पहले भी हो चुकीं घटनाएं
हर साल नवंबर-दिसंबर में सतना क्षेत्र के चित्रकूट व रीवां में लोग घरों की पोताई के लिए छूही खोदने जाते हैं। इसमें खदानों के धसकने से कई घटनाएं हो चुकी हैं। यह खदानें ज्यादातर मध्यप्रदेश के रीवां व सतना जिलों में हैं।
सीतापुर चित्रकूट निवासी गुलबिया (45) पत्नी लक्ष्मण, रामदुलारी (40) पत्नी बल्लू खटिक, गीता उर्फ मइकी (16) और कैरी (35) पत्नी हरि मोहन निवासी केवटरा नया गांव मध्यप्रदेश सतना जिला अंतर्गत सिरसा वन स्थित खदान पर मकान पोतने के लिए छूही लेने गईं थी। शनिवार दोपहर अचानक खदान छूही खोदते समय धंस गई। इससे चारों दब गईं। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी को बाहर निकाला गया लेकिन तब तक गुलबिया, राम दुलारी व गीता की सांसें उखड़ गईं। कैरी को गंभीर हालत में सतना के नया गांव स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पहले भी हो चुकीं घटनाएं
हर साल नवंबर-दिसंबर में सतना क्षेत्र के चित्रकूट व रीवां में लोग घरों की पोताई के लिए छूही खोदने जाते हैं। इसमें खदानों के धसकने से कई घटनाएं हो चुकी हैं। यह खदानें ज्यादातर मध्यप्रदेश के रीवां व सतना जिलों में हैं।