बिना रेलिग की पुलिया से मां बेटे नाले में गिरे, मासूम की मौत

जागरण संवाददाता चित्रकूट रैपुरा थाना के बेलरी में शुक्रवार की शाम करीब चार बजे मासू

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 07:04 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 07:04 PM (IST)
बिना रेलिग की पुलिया से मां बेटे नाले में गिरे, मासूम की मौत
बिना रेलिग की पुलिया से मां बेटे नाले में गिरे, मासूम की मौत

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : रैपुरा थाना के बेलरी में शुक्रवार की शाम करीब चार बजे मासूम की नाला में डूबकर मौत हो गई। जबकि मां बाल-बाल बच गई। मां अपने दो वर्षीय बेटे को लेकर इलाज को जा रही थी। बेलरी निवासी हेमराज राजपूत का दो वर्षीय बेटा आनंद को बुखार आ रहा था। शुक्रवार की शाम करीब चार बजे मां सुधा उसको इलाज के लिए लेकर सीएचसी रामनगर जा रही थी। बताते हैं कि जैसे ही वह गांव के कच्चे रास्ते की पुलिया के ऊपर से बह रहे नाले को पार करने लगी। किनारे पहुंच जाने से वह मासूम बेटे को गोद में लिए गहरे नाले में गिर गई। जिसमें दोनों डूब गए। ग्रामीणों ने किसी तरह मां और बेटे को निकाला और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर ले गए। जहां पर आनंद को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि मां स्वस्थ है। रैपुरा थाना प्रभारी अजीत कुमार पांडेय का कहना है कि करीब 15 फीट चौड़ी सपाट पुलिया है उसके ऊपर से नाला का पानी बह रहा है। पुलिया में अलग बगल रेलिग न होने के कारण सुधा समझ नहीं पाई और नाले में गिर गई।

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लोगों ने किया हंगामा, विधायक पहुंचे

मासूम की मौत के बाद ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। सड़क पर शव रखकर बैठ गए। रैपुरा पुलिस पहुंच कर समझा रही थी तभी विधायक आनंद शुक्ला भी पहुंच गए और लोगों मुआवजा का भरोसा देकर शांत कराया। उन्होंने उप जिलाधिकारी से फोन में बात किया।

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जर्जर रास्ते में नहीं पहुंचते वाहन, चारपाई में जाते हैं बीमार

रामपुर ग्राम पंचायत के बेलरी के सड़क की मांग काफी लंबे समय से चल रही है लेकिन स्थानीय लोगों के विवाद और जन प्रतिनिधियों की रुचि के कारण नहीं बन पा रही है। शुक्रवार को स्थानीय लोगों ने इंटरनेट मीडिया में एक वीडियो डाला है जिसमें गांव में किसी बीमार को मुख्य सड़क से खेतों रास्ते लेकर चारपाई में जा रहे हैं। गामीण बताते हैं कि कच्ची सड़क तो बनी है लेकिन बारिश में काफी जर्जर हो गई है। कई जगह नाले का पानी ऊपर से बह रहा है। ऐसे में अगर कोई बीमार होता है तो चारपाई में ले जाना पड़ता है। गांव में इस रास्ते से कोई वाहन नहीं पहुंच पाता है। गांव से मुख्य सड़क तक आने के लिए लगभग पांच किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। सड़क के लिए कई बार लोक निर्माण राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, सांसद आरके सिंह पटेल और विधायक आनंद शुक्ला से मिल चुके हैं। लेकिन कोई सुन नहीं रहा है।

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' ग्राम प्रधान ने मनरेगा के सड़क में मिट्टी डलाई थी। बारिश में थोड़ी दिक्कत हो जाती है। दिखवाते हैं कि क्या समस्या है। जल्द समाधान किया जाएगा। वहीं मासूम की मौत पर जो संभव होगा मदद की जाएगी।'

नवदीप शुक्ला - एसडीएम मऊ

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'सड़क का एक साल पहले स्टीमेट बना था और बजट आने के बाद मिट्टी डाली गई थी लेकिन कुछ लोगों की सड़क में भूमिधरी है उन्होंने विवाद शुरू कर दिया। जिससे सड़क निर्माण नहीं हो सका।' आनंद शुक्ला - विधायक मानिकपुर

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