बुलेट की जांचकर चालकों को हिदायत दी

जागरण संवाददाता चित्रकूट यातायात पुलिस व परिवहन विभाग की संयुक्त टीम ने बुलेट चालकों को

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 11:23 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 11:23 PM (IST)
बुलेट की जांचकर चालकों को हिदायत दी
बुलेट की जांचकर चालकों को हिदायत दी

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : यातायात पुलिस व परिवहन विभाग की संयुक्त टीम ने बुलेट चालकों को बाइक में मोडीफाइड साइलेंसर न लगाने के लिए जागरूक किया। साथ ही वाहन चालकों को यातायात नियमों की जानकारी दी। पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की।

यातायात प्रभारी योगेश कुमार यादव, पीटीओ वीरेंद्र राजभर व संतोष तिवारी की संयुक्त टीम ने ट्राफिक चौराहा व बस स्टैण्ड कर्वी में चेकिग अभियान चलाया। उच्च न्यायालय व शासन के निर्देश पर बुलेट बाइक में मोडिफाइड साइलेंसर लगाने वालों पर कार्रवाई की। चालकों को बताया कि बुलेट में मोडिफाइड साइलेंसर लगाने व लगवाने दोनों ही कार्य अपराध है। इसलिए अपनी-अपनी गाड़ी में निर्धारित मानकों के तहत ही साइलेंसर लगाकर चलाए। भविष्य में ऐसा कृत्य करने वाले वाहनों का दस हजार रुपये का चालान किया जाएगा । बुलेट चालकों व आम जनमानस को पंपलेट भी बांटे। यातायात प्रभारी ने बताया कि निर्धारित गति में ही वाहन चलाए, प्रेशर हार्न का प्रयोग न करने एवं यातायात नियमों का पालन करने की जानकारी भी दी गई है।

मंडल कारागार में लगा विधिक साक्षरता शिविर : आजादी के अमृत महोत्सव के तहत मंडल कारागार में विधिक साक्षरता शिविर एवं विधिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जेल में बंद किशोर बंदियों और अन्य बंदियों को विधिक सहायता के लिए जानकारी दी गई।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रभारी सचिव नदीम अनवर ने बंदियों को मिलने वाली निश्शुल्क कानूनी सुविधाओं के संबंध में जानकारी दी। समन्वय एवं पर्यवेक्षण समिति सदस्य डा. जनार्दन प्रसाद त्रिपाठी ने बताया कि जिन बंदियों के पास अपने अधिवक्ता नहीं हैं, यदि वह अपने मुकदमों की पैरवी के लिए वकील चाहते हैं तो प्राधिकरण से निश्शुल्क अधिवक्ता प्राप्त कर सकते हैं। बाल अभिचारियों के लिए पृथक से बाल सुधार गृह कारागार में स्थापित है। चिता, तनाव एवं अवसाद से ग्रस्त रोगियों को डा. हरदयाल द्वारा काउंसिलिग एवं आवश्यकता होने पर चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है। महिला मानसिक रोगियों को डा. हाशमी द्वारा काउंसिलिग और मानसिक रोग चिकित्सालय से औषधि उपलब्ध कराई जाती है। जेलर प्रमोद कुमार त्रिपाठी, उपजेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह, नासिर अहमद मौजूद रहे।

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