क्रय केंद्रों पर भी संक्रमण का असर, माह भर में 1687 एमटी खरीद

जागरण संवाददाता चित्रकूट कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का असर हर ओर दिख रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 06:05 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 06:05 PM (IST)
क्रय केंद्रों पर भी संक्रमण का असर, माह भर में 1687 एमटी खरीद
क्रय केंद्रों पर भी संक्रमण का असर, माह भर में 1687 एमटी खरीद

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का असर हर ओर दिख रहा है। संक्रमण की वजह से किसान भी क्रय केंद्रों पर कम दिख रहे हैं। आलम यह है कि एक अप्रैल से पांच मई तक 1381 किसानों से 1687 एमटी गेहूं की ही खरीद हो सकी है। हालांकि प्रशासन ने सभी केंद्रों पर कोरोना से बचने के लिए मास्क सैनिटाइजर की व्यवस्था की है। इसके बावजूद किसान बाहर निकलने से बच रहे हैं। प्रभारी जिला विपणन अधिकारी इसरार अहमद ने बताया कि अब तक 1381 किसानों से 1687 एमटी गेहूं की खरीद हो सकी है। बताया कि संक्रमण की वजह से किसान बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। केंद्रों की दूरी भी बन रही वजह

इस बार शासन ने किसानों को ऑनलाइन पंजीकरण के साथ घर के नजदीक केंद्रों पर गेहूं बेचने की सुविधा प्रदान की है। एक केंद्र पर कई गांव के किसानों को जोड़ा गया है। जिस केंद्र पर गांव का संबंधीकरण हुआ है किसान वहीं पर ही गेहूं बेच सकता है। मऊ तहसील के कलचिहा निवासी राजनारायण पांडेय व करौंदी खुर्द निवासी राजेश कुमार मिश्र ने बताया कि वह करीब 80 कुंतल से अधिक गेहूं बेचना चाहते हैं। लेकिन उनके गांव को पांच किलोमीटर दूर गाहुर क्रय केंद्र के बजाय 40 किलोमीटर दूर पूरब पताई क्रय केंद्र से जोड़ दिया गया है। इससे गेहूं बेचने जाने के लिए कई बार सोचना पड़ रहा है। राजनारायण ने बताया कि उनके गांव के कोई भी किसान अभी तक गेहूं नहीं बेच सके हैं। सभी किसान इतनी दूर जाने से कतरा रहे हैं। इसके लिए कई बार यहां के स्थानीय प्रभारियों से मिलकर गाहुर क्रय केंद्र में जोड़ने की अपील की गई लेकिन कोई भी सुनने को तैयार नही हैं। प्रभारी विपणन अधिकारी इसरार अहमद ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। अगर इस तरह की परेशानी किसानों को हो रही है तो इसके निदान के लिए पहल की जाएगी।

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