ढेर नहीं होता तो कई और को मारता अंशु

जागरण संवाददाता चित्रकूट जिला जेल में शुक्रवार को हुए गैंगवार का सीन जिसने भी देखा उस

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 10:58 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 10:58 PM (IST)
ढेर नहीं होता तो कई और को मारता अंशु
ढेर नहीं होता तो कई और को मारता अंशु

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : जिला जेल में शुक्रवार को हुए गैंगवार का सीन जिसने भी देखा, उसके रोंगटे खड़े हो गए। दुर्दात मुकीम काला और मेराज अली को मारने के बाद शार्प शूटर अंशु दीक्षित अपशब्द बोलते हुए काफी देर तक जेल परिसर में पिस्टल लहराते हुए घूमता रहा। इसके बाद पांच कैदियों को बंधक बनाकर उनके सिर पर पिस्टल तान दी थी। अगर उसे ढेर नहीं किया जाता तो वह कई और को मार गिराता।

जेल के एक बंदी रक्षक के मुताबिक, हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद अंशु का रौद्र रूप देखकर किसी की उसके पास जाने के हिम्मत नहीं पड़ी थी। उस पर खून सवार था। एक जेल अफसर ने बताया कि वो वारदात को अंजाम देने से पहले ही पीसीओ के माध्यम से किसी से फोन पर बात करके आया था। वहां बातचीत करते समय खुद को बाहर निकलवाने की जिद में अड़ा था। दो अपराधियों के मारे जाने के करीब एक घंटे बाद पहुंचे पुलिस अधिकारी अंशु का खूनी खेल देखकर डर गए थे। हर कोई बंधक बनाए गए कैदियों की जान के लिए रहम की भीख मांग रहा था।

----

कैदियों को छोड़ने के बाद दुर्दात पर पुलिस ने बरसाई गोलियां

एक जेल अधिकारी के मुताबिक, काफी मान मनौव्वल के बाद उसने पहले दो कैदियों को छोड़ा था। फिर करीब आधा घंटा तक तीन कैदियों को लेकर बैरक में ही बैठा रहा। बार-बार उन्हें मार डालने की धमकी दे रहा था। जब उसको नहीं मारने का आश्वासन दिया गया तो उसने दूसरे कैदियों को रिहा किया। सभी कैदियों के चंगुल छूटने के बाद उसे आत्मसमर्पण के लिए कहा गया तो उसने पुलिस पर फायरिग शुरू कर दी। उसके पास गोलियों का जखीरा था। अफसर ने कहा कि अंशु को मारा नहीं जाता तो वह कई और को मार डालता।

----

न्यायिक जांच बताएगी हकीकत, सीएम को भेजी रिपोर्ट पता चलेगी

गैंगवार और मुठभेड़ के अंदरूनी राज न्यायिक जांच से और सामने आएंगे। अफसरों की ओर से मुख्यमंत्री को भेजी गई रिपोर्ट की सच्चाई भी क्रास चेकिंग में पता चलेगी। जेल प्रशासन ने न्यायिक जांच के लिए डीएम को पत्र लिखा है, जिससे आगे की कार्रवाई तेज की गई है। आइजी के. सत्यनारायण ने शुक्रवार को ही इसकी जानकारी दी थी।

-----

अशोक सागर ने संभाली जेल की कमान

जिला जेल की कमान शनिवार को कासगंज से स्थानांतरित होकर आए अधीक्षक अशोक कुमार सागर ने संभाल ली है। जेल में घटना के बाद उन पर बड़ी जिम्मेदारी है। शासन ने शुक्रवार रात जेल अधीक्षक श्रीप्रकाश त्रिपाठी, जेलर महेंद्र पाल, हेड वार्डन हरीशंकर राम, वार्डन संजय खरे और एक पीएसी जवान को निलंबित कर दिया था।

chat bot
आपका साथी