सेना में भर्ती के नाम पर ठगने वाला गिरोह पकड़ा

जागरण संवाददाता चंदौली सेना में भर्ती के नाम पर जनपद समेत आसपास के जिलों के युवाओं को ठग

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 06:44 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 06:44 PM (IST)
सेना में भर्ती के नाम पर ठगने वाला गिरोह पकड़ा
सेना में भर्ती के नाम पर ठगने वाला गिरोह पकड़ा

जागरण संवाददाता, चंदौली : सेना में भर्ती के नाम पर जनपद समेत आसपास के जिलों के युवाओं को ठगने वाले जालसाजों का गिरोह मंगलवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने सरगना समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से दो देसी पिस्टल, कारतूस, भारतीय सेना की फर्जी मुहर, दस्तावेज, चेकबुक, पासबुक, एटीएम कार्ड, आर्मी कैंटीन का स्मार्ट कार्ड, कार, बाइक, कंप्यूटर सेट और नौ मोबाइल बरामद हुए। जालसाज जिले के दर्जनों युवाओं को अब तक ठगी का शिकार बना चुके हैं।

सितंबर में जबलपुर सेना छावनी में फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ जिले के पांच युवाओं के पकड़े जाने के बाद इस रैकेट का पता चला। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। बावर्दी पकड़े गए जालसाज पुलिस के सामने भी खुद को सेना का जवान बताकर प्रभाव जमाते रहे। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो सच्चाई उगल दी। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बुधवार को पुलिस लाइन सभागार में गिरफ्तारी व बरामदगी के बारे में जानकारी दी।

बताया कि सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं को ठगने वाला गिरोह जिले में सक्रिय था। इसका मुख्य सरगना धानापुर के रायपुर गांव निवासी रविकांत यादव उर्फ मक्खू है। पुलिस उनका सुराग लगाने की कोशिश कर रही थी। मंगलवार को सूचना मिली कि जालसाज कार में सवार होकर चहनियां से धानापुर की ओर जाने वाले हैं। सक्रियता दिखाते हुए पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने चहनियां-धानापुर मार्ग पर घेरेबंदी कर ली। थोड़ी देर बाद एक कार पहुंची। उसमें चालक के साथ चार युवा सेना की वर्दी में बैठे थे। उन्हें रोककर तलाशी ली गई तो आगे डैश बोर्ड पर दो देसी पिस्टल बरामद हुई। पीछे रखे एक फोल्डर में सेना भर्ती के फर्जी दस्तावेज, मुहर, इंक पैड, चेक बुक, पास बुक समेत अन्य दस्तावेज थे। सेना के ओइसी (आपरेशनल इवेलूशन कमांड) अजय कपूर के हस्ताक्षरयुक्त दस्तावेज मिले हैं। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने साइबर कैफे के संचालक समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मक्खू के साथ ही अलीनगर थाना के संघती गांव निवासी रिकू सिंह, मवईं खुर्द के देवेंद्र श्रीवास्तव, धानापुर के रायपुर के रोहित यादव, गाजीपुर के जमानियां थाना के हरपुर नई बस्ती के विकास सिंह और आजमगढ़ के तरवां थाना के कम्हरियां निवासी दीपक यादव को गिरफ्तार किया है। सेना भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं को बनाते थे निशाना

जालसाज सेना भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं को अपना निशाना बनाते थे। जहां युवा सेना भर्ती के लिए तैयारी करते थे, जालसाज वहीं वर्दी पहनकर पहुंच जाते थे। युवाओं को तैयारी के लिए टिप्स देकर अपने जाल में फंसाते थे। इसके बाद पांच लाख रुपये लेकर सेना में नौकरी लगवाने का वादा करते थे। इसके लिए बाकायदा फर्जी नियुक्ति पत्र भी देते थे। सितंबर में जबलपुर स्थित छावनी में जिले के पांच और गाजीपुर के दो युवाओं का नियुक्ति पत्र फर्जी पाया गया था। इस पर सेना ने उनके खिलाफ गोरखपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। सभी वहां की सेंट्रल जेल में बंद हैं। साइबर कैफे में तैयार होता था नियुक्ति पत्र

अलीनगर स्थित साइबर कैफे संचालक से मिलीभगत कर जालसाज युवाओं के नाम से फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करवाते थे। सेना की साइट पर जाकर नियुक्ति पत्र कापी करते थे। उसे कंप्यूटर में अपलोड कर युवाओं का नाम-पता बदलकर फर्जी नियुक्ति पत्र बना देते थे। इसके बाद फर्जी मुहर आदि लगाकर युवाओं को पकड़ा देते थे। जालसाज मक्खू यादव ने जालसाजी की काली कमाई से अपने पैतृक गांव में दो मंजिला आलीशान मकान बनाया। वहीं बुलेट बाइक भी खरीद ली। इसके अलावा विभिन्न बैंक खातों में भी लाखों रुपये जमा कर लिए। सेना से ट्रेनिग में निकाला गया जालसाज

जालसाजों का सरगना रविकांत उर्फ मक्खू ने जुगाड़ लगाकर सेना की लिखित परीक्षा पास की थी। इसके बाद उसे विभिन्न छावनियों में प्रशिक्षण के लिए भी भेजा गया था, लेकिन बाद में धोखाधड़ी सामने आने के बाद निकाल दिया गया। शुरू से ही शातिर मक्खू ने अपने स्थान पर परीक्षा देने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति को बैठा दिया था। मामला सामने आने के बाद उसे निकाल दिया गया।

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