श्रमिकों को सम्मान के साथ देना होगा खाना-पानी
श्रमिकों को सम्मान के साथ देना होगा खाना-पानी
जासं, पीडीडीयू नगर, (चंदौली) : स्पेशल ट्रेन के श्रमिकों को खाना देने की व्यवस्था में बरती जा रही लापरवाही को मंडल रेल प्रबंधक पंकज सक्सेना ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने साफ तौर पर फरमान जारी किया है कि अगर खाना-पानी के वितरण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब जंक्शन पर ठहराने वाली स्पेशल ट्रेन के श्रमिकों को सम्मान के साथ खाना-पानी देना होगा। श्रमिकों को भोजन फेंककर नहीं उन्हें साथ में देना है। इसके लिए कर्मचारी पूरे सुरक्षा व शारीरिक दूरी का पालन करेंगे। खिचड़ी व बिरयानी के वितरण पर रोक लगा दी गई है। केवल पूड़ी सब्जी का ही वितरण होगा। पूरी व्यवस्था की निगरानी करने के लिए एडीआरएम प्रथम राकेश कुमार रोशन को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। प्लेटफार्म पर स्टाल लगाकर श्रमिकों में खाने का वितरण किया जाएगा।
अधिकारियों की लापरवाही से पूरी व्यवस्था बेपटरी हुई तो डीआरएम ने खुद ही कमान संभाल ली। कड़ा रुख अख्तियार करते हुए डीआरएम ने सभी अधिकारियों को कार्य में लगा दिया है। आपस में तालमेल बनाकर कार्य करने की हिदायत भी दी है। डीआरएम ने सम्मान के साथ श्रमिकों को खाना पानी देने की बात कही। अगर इस कार्य में अब लापरवाही होगी तो कार्रवाई तय होगी। प्लेटफार्म तीन पर ही खाली होंगी ट्रेनें
जंक्शन से रोजाना 40 से 45 स्पेशल ट्रेन गुजरती हैं। ऐसे में ट्रेनों का ठहराव हर प्लेटफार्म पर कर दिया जा रहा था। ऐसे में खाना देने में भी विलंब होता था। अब प्लेटफार्म तीन पर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को खाली कराया जाएगा। इस व्यवस्था को भी मंगलवार से अमल कर दिया जाए। इससे व्यवस्था सुचारू होगी। स्टाल लगाकर दिया जाएगा भोजन
अभी तक स्पेशल ट्रेन के श्रमिकों को खाना-पानी फेंककर दिया जा रहा था। कर्मचारियों को कोरोना से डर लग रहा था। अब प्लेटफार्म के किनारे जगह-जगह स्टाल लगा दिए गए हैं। दो बोगी के श्रमिकों को एक स्टाल से खाना व पानी दिया जाएगा। खाना पानी श्रमिकों के हाथ में ही देना होगा। खाने की व्यवस्था में गड़बड़ी न हो इसके लिए 16 घंटे तक स्टेशन डायरेक्टर हिमांशु शुक्ला व सीनियर डीसीएम रूपेश कुमार जंक्शन पर मौजूद रहेंगे। पूरी व्यवस्था की निगरानी करेंगे और खाना वितरण का कार्य करवाएंगे।
आइआरसीटीसी के एजीएम ने लिया जायजा
आइआरसीटीसी के एजीएम ने खाने की व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने कर्मचारियों से कार्य के बाबत जानकारी ली। खाने की गुणवत्ता को परखा। डीआरएम से मुलाकात कर व्यवस्था के बाबत चर्चा की।