महिलाएं साक्षर होंगी तो रुकेगी ¨हसा

नौगढ़ ब्लॉक सभागार में ग्राम्या संस्थान व यूएनटीएफ की ओर से शुक्रवार को जेंडर मेला का आयोजन हुआ। महिलाओं को बराबरी का दर्जा दिलाने पर चर्चा की गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Dec 2018 08:52 PM (IST) Updated:Fri, 14 Dec 2018 10:56 PM (IST)
महिलाएं साक्षर होंगी तो रुकेगी ¨हसा
महिलाएं साक्षर होंगी तो रुकेगी ¨हसा

जासं, चकिया (चंदौली) : नौगढ़ ब्लॉक सभागार में ग्राम्या संस्थान व यूएनटीएफ की ओर से शुक्रवार को जेंडर मेला का आयोजन हुआ। महिलाओं को बराबरी का दर्जा दिलाने पर चर्चा की गई। महिला ¨हसा रोकने को सबकी भागीदारी का आह्वान किया गया। मेले का उद्घाटन बीडीओ एसपी सोनकर व चिकित्सा प्रभारी डॉ. अवधेश कुमार ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया।

बीडीओ ने महिलाओं को साक्षर बनाने पर जोर दिया। बोले, आधी आबादी समाज के रीढ़ हैं। पुरुष तो स्वयं के घर की ही जिम्मेदारी का निर्वहन करता है, जबकि महिलाओं पर ससुराल और मायका दोनों को विकसित करने की जिम्मेदारी होती है। महिला ¨हसा विरोधी पखवारा मील का पत्थर साबित होगा। प्रभारी चिकित्साधिकारी ने महिलाओं के हित चलाए जा रहे स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी दी। कहा आधी आबादी के स्वस्थ रहने से ही समाज में खुशहाली आएगी। आह्वान किया बच्चों को खसरा-रूबेला के टीके जरूर लगवाएं। टीके लगने से बीमार होने की फैलाई जा रही अफवाहों को रोकें। ग्राम्या संस्था की प्रमुख ¨बदु ¨सह ने कहा महिला पुरुष के बीच गैर बराबरी समाप्त होनी चाहिए। संस्था पूर्वांचल के जिलों में इसके लिए स्कूल कॉलेजों बाजार कस्बा में पपेट शो, नुक्कड़ नाटक, कैंडल मार्च, गोष्ठी व साइकिल यात्रा के माध्यम से महिलाओं को जागरूक करने का अभियान चला रही। मेले में सांप सीढ़ी के खेल, रोटी बनाने, सिलाई एवं गुब्बारे के खेल से महिला ¨हसा रोकने को जागरूक किया गया। 30 गांवों की महिलाओं ने इस मेले में भाग लिया। नीतू ¨सह, सुरेंद्र कुमार, त्रिभुवन, रामबली, अजीत, हरिचरन, सुशीला, लक्ष्मीना, रेखा इत्यादि लोग उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी