आधी आबादी के हाथ स्वच्छता की कमान
जागरण संवाददाता चंदौली गांवों में बने सामुदायिक शौचालयों की देखभाल की जिम्मेदारी राष्ट्रीय
जागरण संवाददाता, चंदौली : गांवों में बने सामुदायिक शौचालयों की देखभाल की जिम्मेदारी राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं को सौंपी जाएगी। इसके बदले ग्राम पंचायत महिलाओं को छह हजार रुपये मानदेय और साल में दो बार तीन-तीन हजार रुपये खर्च देगी। जिले में ग्राम पंचायत व समूहों के बीच अनुबंध की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
ग्राम पंचायतों में पांच लाख रुपये बजट से सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया है। इससे गांव में जिन लोगों के पास शौचालय नहीं है, उन्हें खुले में शौच के लिए बाध्य न होना पड़ेगा। जनपद की 734 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों के निर्माण की प्रक्रिया प्रगति पर है। इसमें लगभग 50 फीसद शौचालय बनकर तैयार भी हो चुके हैं। ग्राम पंचायतों व समूहों के बीच बाकायदा अनुबंध किया जा रहा है। समूहों को ग्राम पंचायत की ओर से हर माह छह हजार रुपये मानदेय दिए जाएंगे। इसके अलावा साल में दो बार तीन-तीन हजार रुपये मिलेंगे। इस धनराशि से महिलाएं शौचालय की सफाई के लिए साबुन, डिटर्जेंट, ब्रश समेत अन्य इंतजाम करेंगी। ------------------------------------------
जहां समूह नहीं वहां ग्राम पंचायतों की होगी जिम्मेदारी
जिन ग्राम पंचायतों में स्वयं सहायता समूहों का गठन नहीं किया गया है, वहां ग्राम पंचायतें सामुदायिक शौचालयों की देखरेख का जिम्मा संभालेंगी। जिले में लगभग 200 सामुदायिक शौचालय समूहों को हैंडओवर किए जाएंगे। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने हैंडओवर प्रक्रिया में तेजी का निर्देश दिया है, ताकि गांवों में खुले में शौच की परंपरा पर विराम लग सके। -------
' सामुदायिक शौचालयों की देखरेख की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सौंपी जाएगी। इसके बाबत संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है। इससे महिलाओं को रोजगार मिलेगा। वहीं खुले में शौच की परंपरा भी समाप्त होगी।
अजितेंद्र नारायण, सीडीओ