शिकायतों से नहीं मिलेगा छुटकारा, वाट्सएप पर पहुंचेगा प्रार्थना पत्र

ंदौली बैठकों व सरकार के निर्धारित कार्यक्रमों में गैरहाजिर रहने वाले अधिकारियों को जिम्मेदारियों से छुटकारा नहीं मिलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 03:55 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 03:55 PM (IST)
शिकायतों से नहीं मिलेगा छुटकारा, वाट्सएप पर पहुंचेगा प्रार्थना पत्र
शिकायतों से नहीं मिलेगा छुटकारा, वाट्सएप पर पहुंचेगा प्रार्थना पत्र

जागरण संवाददाता, चंदौली : बैठकों व सरकार के निर्धारित कार्यक्रमों में गैरहाजिर रहने वाले अधिकारियों को जिम्मेदारियों से छुटकारा नहीं मिलेगा। उनके वाट्सएप पर फरियादियों का प्रार्थना पत्र पहुंचेगा। इसे निर्धारित अवधि के अंदर निस्तारित कर रिपोर्ट भेजनी होगी। विभागाध्यक्षों की हीलाहवाली पर जिलाधिकारी ने यह निर्णय लिया है। डीएम का निर्देश है आयोजनों में जो भी अधिकारी गैरहाजिर मिला और उनके विभाग से संबंधित कोई शिकायत आई तो इंतजार किए बगैर प्रार्थना पत्र का फोटो खींचकर सीधे उनके वाट्सएप नंबर पर भेज दिया जाए। शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर कार्रवाई तय होगी।

शिकायतों के निस्तारण के मामले में जनपद फिसड्डी है। आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण की रैंकिग में अंतिम पायदान पर पहुंच चुका है। यहां तक कि संपूर्ण समाधान दिवस में आने वाली शिकायतों के निस्तारण को लेकर भी विभागाध्यक्ष गंभीर नहीं। आयोजनों में अनुपस्थित भी रहते हैं। इसकी वजह से फरियादियों को न्याय के लिए भटकना पड़ रहा। फरियादी बार-बार संपूर्ण समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देते हैं। वहीं आला अधिकारियों से मिलकर भी अपनी समस्याएं बताते हैं। सरकार ने लोगों को त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से संपूर्ण समाधान व समाधान दिवस के आयोजन का निर्देश दिया था, लेकिन समय के साथ आयोजन सिर्फ कोरमपूर्ति बनकर रह गया है। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने इसको गंभीरता से लेते हुए शिकायतों का गंभीरता के साथ निस्तारण करने का निर्देश दिया। वहीं नई प्रक्रिया शुरू कराते हुए आयोजनों में गैरहाजिर अफसरों के वाट्सएप अथवा जिनके पास वाट्सएप नहीं, उन्हें डाक के जरिए प्रार्थना पत्र भेजने को कहा है। संबंधित अधिकारी को निर्धारित अवधि के अंदर शिकायत को निस्तारित कर उच्चाधिकारियों के साथ ही शासन को भी रिपोर्ट भेजनी होगी। इससे फरियादियों को त्वरित न्याय मिलने की उम्मीद है।

जांच में सामने आ चुका है फर्जी निस्तारण

उच्चाधिकारियों की तहसील स्तर पर आने वाली प्रार्थना पत्रों और शिकायतों के निस्तारण की पड़ताल में लापरवाही स्पष्ट हुई है। अधिकारी-कर्मचारी प्रार्थना पत्रों की जांच और मामले का निस्तारण कराए बगैर फर्जी आख्या लगाकर उसे निस्तारित दिखा दिया गया था। अधिकारियों ने फरियादियों को फोन किया तो उन्होंने बताया कि उनके पास आज तक कोई अधिकारी-कर्मचारी नहीं आया।

' जनता की समस्याओं का निस्तारण कर अधिकारियों का मुख्य दायित्व है। जो अधिकारी मौजूद नहीं रहेंगे, उनके वाट्सएप पर प्रार्थना पत्रों की फोटो भेजी जाएगी। तय समय सीमा के अंदर इसे निस्तारित कर रिपोर्ट भेजनी होगी। लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई तय है।

संजीव सिंह, जिलाधिकारी

chat bot
आपका साथी