स्वजन शव छोड़कर भागे तो प्रधान ने कराया अंतिम संस्कार
जागरण संवाददाता नौगढ़ (चंदौली) चकरघट्टा थाना के बजरडीहा गांव की वनवासी बस्ती में काफी
जागरण संवाददाता, नौगढ़ (चंदौली) : चकरघट्टा थाना के बजरडीहा गांव की वनवासी बस्ती में काफी दिनों से बीमार चल रही 90 साल की सपेशरी ने रविवार की सुबह तोड़ दिया। तीन बेटों और नाती पोतों से भरा परिवार के पास इतने पैसे नहीं थे कि उसका अंतिम संस्कार किया जा सके। वृद्धा की मौत की जानकारी होने पर उसके दो बेटे लाल बरत और रमाकांत अपने पत्नी बच्चों को लेकर जंगल में चले गए। स्थिति यह थी कि परिजनों के पास उसके शव को दाह संस्कार के लिए पैसे नहीं थे। बस्ती के लोगों को दोपहर में जानकारी हुई वे आसपास के लोगों से गुहार लगाते रहे, लेकिन किसी ने फरियाद नहीं सुनीं। थाने से लौट रहे गंगापुर गांव के प्रधान मौलाना यादव ने बाजार से कफन अन्य सामग्री मंगाई और वनवासी बस्ती के पास बनी पोखरी के निकट लकड़ियों को इकट्ठा करा कर अंतिम संस्कार कराया।
सोमवार की सुबह सूचना ग्राम विकास अधिकारी महेंद्र मौर्य बजरडीहा गांव पहुंचे और परिवार वालों की आर्थिक स्थिति की। परिवार में 10 किलो चावल, 10 किलो गेहूं, एक किलो दाल, दो किलो आलू, तेल, मसाला आदि जरूरी सामान उपलब्ध कराई। साथ में आर्थिक सहायता भी की।