कम ¨सचाई में भी भरपूर उत्पादन देगा गेहूं और चना

कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में बुधवार को 40 प्रगतिशील किसानों को गेहूं और चना का बीज वितरित किया गया। केविके के उत्पादित बीजों की शीफत है कि यह उत्पादन में घना और रोग रहित है। वहीं कम ¨सचाई में भी यह भरपूर उत्पादन देगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 06:21 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 11:31 PM (IST)
कम ¨सचाई में भी भरपूर उत्पादन देगा गेहूं और चना
कम ¨सचाई में भी भरपूर उत्पादन देगा गेहूं और चना

जागरण संवाददाता, चंदौली : कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में बुधवार को 40 प्रगतिशील किसानों को गेहूं और चना का बीज वितरित किया गया। केविके के उत्पादित बीजों की खासियत है कि यह उत्पादन में घना और रोग रहित है। वहीं कम ¨सचाई में भी पैदावार अच्छी होगी।

वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक एवं केविके प्रभारी डा. आरपीएस रघुवंशी के निर्देशन में चहनियां विकास क्षेत्र के 40 किसानों में 20 को गेहूं का 40-40 किलो और 20 किसानों को 30-30 किलो चना का बांटा गया। बीजों के बारे में कृषि वैज्ञानिक डा. समीर पांडेय ने कहा अगस्तीपुर के किसानों को दिया गया डब्लूडब्लूडब्लू-2 गेहूं बीज केविके का फाउंडेशन बीज है। बाजार की किस्मों से यह उम्दा है। 50 से 55 कुंतल प्रति हेक्टेयर इसका उत्पादन है। कम ¨सचाई में भी यह भरपूर उत्पादन देगा। वहीं रामगढ़ के 20 किसानों में जीएनजी 1581 चना का बीज दिया गया। राजस्थान की इस वेराइटी की खासियत यह है कि इसमें रोग नहीं लगता और उत्पादन भी 26 से 30 कुंतल प्रति हेक्टयर है। इस दौरान किसानों को बोआई, ¨सचाई और उर्वरक छिड़काव के बारे में भी जानकारी दी गई। बीज वितरण कार्यक्रम में वैज्ञानिक डा. पीएन ¨सह, डा. अभयदीप गौतम भी मौजूद थे।

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