आयुर्वेदिक काढ़ा का करें सेवन, रहेंगे सुरक्षित
जागरण संवाददाता इलिया (चंदौली) कोरोना वायरस से बचाव का एकमात्र मंत्र सावधानी व शारीरिक द
जागरण संवाददाता, इलिया (चंदौली) : कोरोना वायरस से बचाव का एकमात्र मंत्र सावधानी व शारीरिक दूरी है। इसे अपनाकर खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है। बच्चों, बुजुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता युवाओं से कम होती है इसलिए उन पर इसका असर अधिक नजर आता है।
यह बातें राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय सरैया बसाढ़ी के चिकित्साधिकारी डाक्टर श्याम सुंदर नीरज ने कहीं। उन्होंने कहा, कोरोना वायरस सभी उम्र के लोगों के लिए उतना ही खतरनाक है, जितना बच्चों और बुजुर्गों के लिए। बुजुर्ग सावधानी बरतें। घर से बाहर न निकलें। साथ ही भीड़, सामाजिक व धार्मिक आयोजनों में भाग लेने से पूरी तरह से बचना होगा। लाकडाउन का हर हाल में पालन करना ही जीवन को सुखी बनाएगा। रक्तचाप, डायबिटीज हृदय रोग, फेफड़ों से संबंधित बीमारी हो तो उपचार जारी रखें। स्वच्छता का ध्यान दें। बच्चों को घर पर बेहतर माहौल दें ताकि उनका मन लगा रहे। स्वच्छता के लिए दिन में कई बार साबुन से हाथ धोएं। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार, आयुर्वेदिक काढ़ा का सेवन कराएं, परिवार में किसी भी सदस्य को खांसी, जुकाम हो तो बच्चों को उनसे दूर रखें।